
यूपी पुलिस अक्सर किसी न किसी कारनामों से चर्चा में होती है। ऐसे में अगर कोई वर्दी धारी मानवता के क़दम उठा ले तो तारीफ तो बनती है। यहां पर उस वक्त तैनात थानाध्यक्ष बल्दीराय आकाश पवार उन्हीं तारीफ वाले वर्दीधारियों में एक हैं। जनता के मन से पुलिस का डर निकाल उन्हें पुलिस के क़रीब करने का जो क़दम उठाया है उसकी अब जमकर सराहना हो रही है।
मामला सुल्तानपुर में बल्दीराय थाने पर फरियाद लेकर पहुंची दलित महिला से जुड़ा है। उसकी गोद मे नन्हा बच्चा रोए जा रहा था और पीड़ित महिला अपनी फरियाद कहे जा रहे थी। अचानक कुछ ऐसा हुआ कि वहां का स्टाफ और पीड़ित सब हक्केबक्के रह गए।
दरअसल थानाध्यक्ष आकाश पवार ने रोते बच्चे को अपनी गोद मे लिया और उसे चुप करवाया। दरोगा ने टॉफी व बिस्किट भी मंगाकर बच्चे को दिया और पीड़ितों की फरियाद सुनते रहे।
थानाध्यक्ष के इस तरह कार्य करने की शैली और मानवीयता को देख क्षेत्र में चर्चा बनी हुई है। क्षेत्र वासियो में खुशी है कि अब खाकी का खौफ दबंगो पर होगा, जनता में नही।
वाकई..मित्र पुलिस की असलियत उजागर कर इन थानाध्यक्ष ने जनता और पुलिस को एक धागे में जोड़ने की शुरुआत की है जो पुलिसिंग के लिए मिसाल है।