
Delhi: पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद क़ुरैशी चीन की दो दिवसीय यात्रा पर है। चीन के हैनान प्रांत में दोनों देशों के विदेश मंत्रियों की दूसरे दौर की रणनीतिक वार्ता चल रही है। बता दे की इससे पहलें चीन के लिए निकलने से पहले एक वीडियो जारी कर शाह महमूद क़ुरैशी ने कहा वह चीन की बहुत महत्वपूर्ण यात्रा पर जा रहे हैं और यात्रा से पहले प्रधानमंत्री इमरान खान के साथ उनकी चर्चा हुई। क़ुरैशी ने कहा की उन्हें उम्मीद है कि चीन के विदेश मंत्री वांग यी के साथ मेरी मुलाकात दोनों देशों के लिए फायदेमंद साबित होगी।
कश्मीर मुद्दे पर गच्चा खाने के बाद पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी चीन के शरण में पहुँच गए हैं, परन्तु चीन की ज़मीन पर कदम रखती ही महमूद कुरैशी को दोबारा गच्चा खाना पढ़ गया और वे अपनी किरकिरी करा बैठे। सोशल मीडिया पर अब पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद क़ुरैशी ट्रोल किये जा रहे है और लोग उनसे सवाल पूछ रहे है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी एक दिवसीय दौरे पर चीन गए हुए हैं, शाह कुरैशी जैसे ही चीन में एयरपोर्ट पर उतरे, तो राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने वहां उनका स्वागत करनें के लिए किसी बड़े अधिकारी या नेता या मंत्री को नहीं भेजा था , बल्कि एक मामूली पुलिस कर्मी (लोग उसे हवलदार बता रहे) को भेजा। कुरैशी के लिए ये किसी अपमान से कम नहीं है। ऐसे में पाक की भी किरकिरी हो रही है।
बता दे की आमतौर पर देखा जाता है जब भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसी विदेशी दौरे पर जाते हैं, तो उस एयरपोर्ट पर स्वागत करनें के लिए या तो उसे देश का प्रधानमंत्री आता है या राष्ट्रपति। लेकिन पाकिस्तान के विदेश मंत्री को चीनी पुलिस के एक मामूली हवलदार ने रिसीव किया।
आपको बता दें कि शाह महमूद कुरैशी पैसे की तलाश में चीन पहुंचे हैं, जिसे चीन पहले ही समझ रहा है, इसलिए शायद जिनपिंग ने सोंचा होगा भिखारी आया है इसलिए वैसा ही सलूक किया। बताया जा रहा है एक दिवसीय दौरे पर कुरैशी चीन से पैसे मांगेंगे और कश्मीर मुद्दे पर भारत को लेकर बातचीत करेंगें। ये सब करनें शाह महमूद कुरैशी इससे पहले सऊदी अरब गए थे, लेकिन वहां कोई सुनवाई नहीं हुई।
पिछले कुछ समय से पाकिस्तान की राजनीति में हलचल बढ़ गई है। सऊदी अरब के साथ उसके रिश्तों में खटास आई है। कश्मीर पर ऑर्गेनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कोऑपरेशन (ओआईसी) की बैठक को लेकर सऊदी अरब का साथ ना मिलने से पाकिस्तान के विदेशी मंत्री क़ुरैशी ने सऊदी अरब पर सख़्त रुख अपना लिया था।
उन्होंने एक साक्षात्कार में कहा था, “मैं एक बार फिर से पूरे सम्मान के साथ ओआईसी से कहना चाहता हूं कि हम विदेश मंत्रियों की परिषद की बैठक चाहते हैं। यदि आप इसे बुला नहीं सकते हैं, तो मैं प्रधानमंत्री इमरान खान से यह कहने के लिए बाध्य हो जाऊंगा कि वह ऐसे इस्लामिक देशों की बैठक बुलाएं, जो कश्मीर के मुद्दे पर हमारे साथ खड़े होने के लिए तैयार हैं।” ऐसे में सऊदी अरब से भी पाक को निराशा ही हाँथ लगी है।















