कोरोना काल में श्रमिकों के कल्याण के लिए लाइफ लाइन बनी मनरेगा


-मनरेगा के निर्धारित कार्यों से जिला में अब तक 2474 कामगारों को मिला रोजगार
गुरुग्राम। वैश्विक महामारी के चलते लॉकडाउन के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी (मनरेगा) योजना के तहत श्रमिकों को रोजगार देने में यह योजना इन दिनो किसी वरदान से कम नही है।

वतज़्मान वित्त वर्ष के दौरान इस योजना के तहत जिला में अब तक 2474 मजदूरों को रोजगार मिला है जबकि वर्तमान में 416 मजूदर काम कर रहे हैं।  


इस योजना के तहत जिला गुरुग्राम के खण्ड सोहना की 28 ग्राम पंचायतों में 495 मजदूर, खण्ड पटौदी की 30 ग्राम पंचायतों में 1286 मजदूर तथा खण्ड फर्रूखनगर की 18 ग्राम पंचायतो में 693 मजदूरों द्वारा पौधारोपण, जोहड़ खुदाई, रास्ते में मिट्टी भरत, स्टेडियम में मिट्टी भरत आदि के विभिन्न कार्य किए गए हैं। वर्तमान में जिला के सोहना खंड की 10 ग्राम पंचायतों में 195, फर्रूखनगर ब्लॉक की 14 ग्राम पंचायतों में 51 तथा पटौदी खंड की 21 ग्राम पंचायतों में 170 मजदूरों को काम मिल रहा है। मनरेगा स्कीम के तहत कार्य कर रहे मजदूरों को 309 रूपए प्रति दिन मजदूरी दी जा रही है ।


गुरूजल परियोजना को भी मनरेगा से मिली रफतार
उपायुक्त अमित खत्री ने बताया कि जल संरक्षण व संचयन को लेकर शुरू की गई परियोजना गुरूजल को भी मनरेगा से रफ्तार मिली है। इस परियोजना के तहत जिला में तालाबों के जीर्णोद्धार का कार्य किया जा रहा है। इन तालाबों के जीर्णोद्धार व इसके आस-पास के क्षेत्र में पौधारोपण आदि कार्य करवाने के लिए मनरेगा के तहत श्रमिकों से काम लिया जा रहा है। इस परियोजना से जहां एक ओर जल सरंक्षण व पर्यावरण संरक्षण को बल मिल रहा है ,वहीं कोरोना संक्रमण के इस दौर में श्रमिकों को रोजगार भी मिल रहा है, ताकि वे अपना भरण-पोषण कर सके। मनरेगा स्कीम के तहत रास्ते का निर्माण आदि कार्य, जन स्वास्थ्य विभाग के वाटर टैंकों की सफाई, मार्केट कमेटी के रोड पर बम्र्स रिपेयर का कार्य व स्कूलों के मैदानों में मिट्टी भरत का कार्य भी किया जा रहा है।

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