उन्नाव।सदर कोतवाली पुलिस प्रशासन की उदारता से अपराधी मस्त है। असहाय पीड़िता अपनी तीन वर्ष की मासूम बच्ची को लेकर प्राण बचाकर लगभग तीन वर्षो से न्याय पाने के लिए भटक रही है।मामला जनपद के सदर कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम मगरवारा के मजरा देवी खेड़ा निवासिनी दीपिका द्विवेदी पुत्री कैलाश द्विवेदी जिसका विवाह उन्नाव कोतवाली क्षेत्र के गांव पतारी के मजरा मुल्लाह नगर निवासी रमाकांत उर्फ टिंकू बाजपेयी पुत्र राजकुमार (राजू बाजपेयी के यह हिन्दू रीतिरिवाज के साथ 2015 में संपन्न हुआ था।दहेज के लालच में वसीभूत होकर पीड़िता के पति रमाकांत बाजपेयी(टिंकू)व ससुर राजकुमार बाजपेयी के द्वारा दहेज को लेकर प्रताड़ित किया जाने लगा तथा मार पीट की घटना भी आए दिन पीड़िता के साथ घटित होने लगी। सभी प्रकार से प्रताड़ित होने पर प्रार्थनी दीपिका द्विवेदी पुत्री कैलाश द्विवेदी ने प्रथम सूचना रिपोर्ट 10 नवंबर 2017 को अपने ससुरालीजनों के विरुद्ध थाना सदर कोतवाली उन्नाव में दहेज उत्पीड़न के साथ सुसंगत धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कराया था। जिसको आज लगभग तीन वर्ष हो रहे है प्रार्थनी का आरोप है कि आज तक उसके दरवाजे पुलिस नही गयी है और न ही प्रार्थनी की किसी भी प्रकार की सहायता की गई है।
साथ ही अपराधियों पर पुलिस का संरक्षण प्राप्त है प्रार्थनी को पूर्णता विश्वास है कि पुलिस और अपराधियों की मिलीभगत से पीड़िता दीपिका द्विवेदी व उसकी तीन वर्ष की मासूम बच्ची को दर दर की ठोकरे खानी पड़ रही पुलिस प्रशासन मौन धारण किए हुए है ।अभी तक अपराधियों की गिरफतारी नही हुई है।जबकि अपराधी लगातार प्रार्थनी को जान से मारने की धमकी देते है बोलते है पुलिस मेरा कुछ नही करने वाली है।
तुम सुलह कर लो वरना तुमको जान से मार देंगे अपराधी बहुत ही दबंग व गुंडा किस्म के है ।जिससे पीड़िता दीपिका द्विवेदी को अपनी व अपनी बच्ची की जान का खतरा बना रहता है। जिससे पीड़िता ने अपनी तथा अपनी मासूम बच्ची की जान की रक्षा के लिए अपराधियों की गिरफतारी के लिए पहले भी थाना सदर कोतवाली में लिखित प्रार्थनापत्र दे चुकी है ।लेकिन अभी तक कोई भी कार्रवाई नहीं हुई है पीड़िता ने इस बार तेज तर्रार पुलिस अधीक्षक रोहन पी कनय उन्नाव को प्रार्थनापत्र देकर न्याय की गुहार लगाई है।
एक ओर जहां देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ महिला सुरक्षा को लेकर लम्बी लम्बी डींग मारते नजर आते है। वहीं मौजूदा सरकार में महिला उत्पीड़न अत्यधिक बढ़ रहा है अब देखना यह है कि पुलिस प्रशासन दबंगों के विरुद्ध कोई कार्रवाई करती है या फिर एक बार फिर पुलिस प्रशासन किसी बड़ी घटना का इंतजार कर रही है।