इन दिनों जहाँ देखो वहां शादी ब्याह का माहोल चल रहा हैं. ऐसे में इन दिनों शादी से जुड़ी कई अनोखी और अजीब खबरे हमें सुनने को मिल रही हैं. अभी हाल ही में मध्य प्रदेश के उज्जैन शहर के एक जोड़े ने शादी वाले दिन मंडप में ही रक्तदान किया था. वहीँ दूसरी और एक लड़की ने बरात को इसलिए वापास लौटा दिया क्योंकि उसने दुल्हे को गुटखा खाते हुए देख लिया था. इसी कड़ी में अब मध्य प्रदेश के रायसेन से शादी से जुड़ी एक दिलचस्प खबर सामने आई हैं.
यहाँ शुक्रवार के दिन पुरे रस्मो रिवाज के साथ दूल्हा दुल्हन की शादी सम्पन्न हुई. दोनों ही परिवार काफी खुश दिखाई दे रहे थे. इसके बाद शनिवार सुबह को दुल्हन की सुहाग के जोड़े में विदाई होनी थी. लेकिन विदाई के वक़्त घर में दुल्हन नहीं बल्कि उसके सुहाग का जोड़ा ही मिला. आइए विस्तार से जाने क्या हैं पूरा मामला.
इस वजह से दुल्हन ने उतरा सुहाग का जोड़ा
दरअसल रायसेन के वार्ड नंबर 1 के नरापुरा में रहने वाली दुल्हन सीमा शाक्या की शादी शुक्रवार की रात रायसेन से 20 किमी दूर स्थित रतनपुर के रहने वाले शिवप्रसाद से हुई. शादी के बाद अगले दिन सुबह दुल्हन की परीक्षा थी, जिसे देने की इच्छा दुल्हन ने अपने पति से जाहिर की. दुल्हन की इच्छा पूरी करने के लिए पति ने अपने घर वालो को मनाया और बारातियों को कुछ घंटे इंतज़ार करने का कह दुल्हन को परीक्षा देने ले गया.
दुल्हन सीमा बौद्ध विश्वविद्यालय से एमए योगा की पढ़ाई कर रही है. सीमा अपनी पढ़ाई को लेकर काफी गंभीर हैं और अपने योग परीक्षा के प्रेक्टिकल को मिस नहीं करना चाहती थी. बस यही वजह थी कि उसने शादी के कुछ ही घंटो बाद अपना सुहाग का जोड़ा उतार दिया और परीक्षा देने चली गई. बाद में कुछ घंटो बाद जब दुल्हन परीक्षा दे कर आ गई तो उसने फिर से अपनी शादी का जोड़ा पहना और तब जा कर विदाई का कार्यक्रम संपन्न हुआ.
दुल्हे ने दिया पूरा साथ
दुल्हन की पढ़ाई की इच्छा को देखते हुए दुल्हे ने खुली सोच अपनाई और उसे विदाई से पहले परीक्षा में जाने की इजाजत दे दी. दुल्हे के इस निर्णय की वहां मौजूद कई लोगो ने सरहाना करी. दुल्हन की परीक्षा की वजह से बारातियों को विदाई में देरी जरूर हुई लेकिन दुल्हे के समझाने पर सभी राजी ख़ुशी मान गए. इस तरह सुबह 6 बजे की बजाए 11 बजे विदाई का कार्यक्रम पूरा किया गया.