इंदौर के एमवाय अस्पताल में अलीराजपुर के एक मासूम की जटिल सर्जरी कर जान बचाई गई है। तीन साल के मासूम के सिर में तीर घुस गया था। स्थानीय अस्पताल में जब तीर निकालने की कोशिश की गई तो तीर का लकड़ी का हत्था टूट गया। जान बचाने की आस में परिजन एमवाय अस्पताल लाए जहां सफलतापूर्वक तीर निकाल दिया गया।
तीन वर्षीय मासूम बालक गुरुवार रात को अपने पिता के साथ खेत पर पानी देने गया था। पिता के अनुसार अचानक बच्चे के चीखने की आवाज आई। देखा तो उसके सिर ने तीर घुसा हुआ है। अंधेरा होने की वजह से वे नहीं देख सके कि तीर किसने मारा है। नजदीक के अस्पताल ले जाकर तीर निकालने की कोशिश की गई लेकिन, वह कामयाब नहीं हुई।
शुक्रवार सुबह परिजन बच्चे को लेकर इंदौर के एमवाय अस्पताल लाएं। सीटी स्कैन और एमआरआई में पता चला कि तीर सिर के चार इंच भीतर तक घुसा है। सिर की हड्डी में धंसा होने की वजह से उसे निकालना बड़ी चुनौती थी। तीर के जरा से भी हिलने से नसों को नुकसान पहुंचने के साथ-साथ रक्त स्त्राव के कारण जान का खतरा था।
न्यूरोसर्जरी विभाग के डॉ. राकेश गुप्ता व डॉ. जफर शेख ने टीम के साथ सर्जरी करने का निर्णय लिया और करीब डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद सुरक्षित तरीके से तीर को निकाल लिया गया।
करीब 12 घंटे सिर में तीर धंसा होने के बावजूद मासूम ने हिम्मत नहीं हारी। जब उसे एमवाय अस्पताल लाया गया तब भी वह अच्छे से बात कर रहा था। मंगलवार को उसे अस्पताल से डिस्चार्ज भी कर दिया जाएगा।