गांठ को सिस्ट भी कहते हैं, ये शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकती है. कुछ गांठ ऐसी होती हैं जो जन्म से ही होती है जो अपने आप ठीक हो जाती हैं लेकिन कुछ चोट लगने, फैट ज्यादा होने या फिर किसी तरह के संक्रमण से होती हैं. अगर आपके शरीर में किसी भी तरह की कोई गांठ है तो उसे नज़रंदाज़ ना करें. कुछ गांठ कैंसर जैसे जानलेवा बीमारी का रूप भी ले लेती हैं. अगर आपके शरीर में कोई गाँठ बन रही है तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें.
इन कारणों से भी बनती गांठ –
आनुवांशिक कारणों से भी गांठ संबंधी समस्या होती है यानि कि अगर माता पिता में से किसी को ये समस्या होती है तो बच्चों को गांठ होने की आशंका 50% बढ़ जाती है. बच्चो का ख़ास ख्याल रखना चाहिए. अगर बच्चे में किसी भी तरह की कोई गांठ दिखे तो तुरंत शिशु रोग विशेषज्ञ से परामर्श लेना चाहिए
सिर में, पेट के निचले हिस्से में तेज दर्द –
गांठ शरीर के ऊपरी हिस्सों में ही नहीं अंदरूनी हिस्सों में भी होती हैं. अगर सर में गांठ होती है तो सर में बहुत तेज दर्द रहता है. ओवेरियन सिस्ट होने पर पेट के निचले हिस्से में दर्द रहता है. फेफड़ों में अगर गांठ होती है तो साँस लेने में तकलीफ रहती है.
शुगर लेवल की नियमित जांच जरूरी –
डायबिटीज के मरीजों को पीठ पर गांठ बनने और महिलाओं में स्तन में गांठ बनने की आशंका अधिक रहती है. इसलिये नियमित रूप से शुगर लेवल की जांच कराएं.