‘हम दिल दे चुके सनम’ जो साल 1999 में आई थी। यह फिल्म तो आपने जरुर देखी होगी। इस फिल्म में सलमान, ऐश्वर्या और अजय देवगन मुख्य भूमिका में थे। कहानी कुछ ऐसी थी कि ऐश्वर्या प्यार तो सलमान से करती थीं लेकिन घरवालों ने शादी अजय देवगन से कर थी। उसके बाद फिल्म में दिखाया गया कि कैसे एक एक पति अपनी पत्नी को उसके प्रेमी से मिलाने के लिए तैयार होता है और उसे शहर दर शहर ढूँढता है। खैर यह कहानी तो फिल्मी थी। लेकिन, आज हम आपको ऐसी ही एक कहनी बताने जा रहे हैं जो सुनने में तो बिल्कुल ‘हम दिल दे चुके सनम’ के जैसी ही लगती है। लेकिन, यह फिल्मी नहीं बल्कि रियल लाइफ की कहानी है।
मामला बिहार का है, जहां एक पति ने अपनी 10 साल की शादी और 2 बच्चों को खुद से दूर करने की हिम्मत दिखाते हुए अपनी पत्नी की शादी उसके प्रेमी से कराने का कठिन फैसला किया है। पति ने न सिर्फ अपनी पत्नी को बल्कि अपने दो बच्चों को भी अपनी पत्नी के प्रेमी को सौंपने की हिम्मत दिखाई। दरअसल, यह मामला बिहार के हाजीपुर का है, जहां के निवासी अरुण की शादी 10 साल पहले मधु से हुई थी। इन 10 सालों में उनके दो बच्चे हुए। इसी बीच मधु को अपने मायके में रहने वाले श्रवण चौरसिया से प्यार हो गया।
पति को इस बात का पता उस वक्त चला जब श्रवण एक दिन मधु से मिलने उसके घर तक आ पहुंचा। इसके बाद पति ने अपनी पत्नी से इस बारे में पूछा तो उसने भी मान लिया कि उसका और श्रवण का इश्क चल रहा है। बस फिर क्या था यही से शुरु हो गई प्रेम में बलिदान और त्याग की कहानी। पति ने अपनी पत्नी के प्रेम को बचाने के लिए अपनी बसी बसाई गृहस्थी का बलिदान करते हुए उसकी शादी प्रेमी से कराने का फैसला कर लिया।
हालांकि, पति अरुण ने अपनी पत्नी के अफेयर कि बात सुनकर उसे समझाने का भी बहुत प्रयास किया। लेकिन, मधु पर श्रवण का भूत सवार था और उसने अरुण की एक न सुनी। फिर क्या था किसी को तो अपने प्यार का बलिदान करना था और यह बलिदान किया अरुण ने। अरुण ने बड़ा फैसला करते हुए अपनी पत्नी की शादी उसके प्रेमी से पूरी कानूनी तरीके से कराई। हालांकि, अरुण दहेज में अपनी पत्नी को कुछ दे न सका, लेकिन उसने अपने कलेजे के टूकडे अपने दोनों बच्चों को भी उन्हें दे दिया।