आगामी लोक सभा चुनाव का आगाज़ हो चुका है. आगामी लोकसभा चुनाव के पहले चरण में अब कुछ ही दिन बचे है. इस चुनाव में सियासी घमासान के बीच नेताओं की तरफ से आपत्तिजनक बयानबाजी भी तेज हो गई है। सभी पार्टियों ने चुनाव के के मद्देनजर पार्टियों का चुनावी अभियान जारी है. अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए सभी दिग्गज उम्मीदवार अपने संसदीय क्षेत्रों का दिन-रात दौरा कर रहे हैं और अच्छा माहौल बनाने की कोशिश में जुटे हैं. इसी सब के बीच बताते चले इस चुनाव में सभी पार्टियों के दिग्गज नेता रैली, रोड शो, और पब्लिक मीटिंग और घर-घर जाकर लोगों से वोट मांग रहे हैं।
बताते चले इस बीच नेताओं का आया राम गया राम की कहानी भी खूब हो रही है। तमाम नेता अपने-अपने दलों से निकलकर दूसरे पार्टियों में शामिल हो रहे हैं।
खबरों की माने तो
आम आदमी पार्टी (AAP) के असंतुष्ट नेता कुमार विश्वास लोकसभा चुनाव में दिल्ली में भाजपा का प्रचार कर सकते हैं। रिपोर्टस की माने तो विश्वास भाजपा (BJP) के प्रस्ताव पर विचार कर रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक कुमार के सामने दिल्ली बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने इसका प्रस्ताव रखा है। तिवारी ने सोमवार को विश्वास के साथ बैठक की थी जिसमें विश्वास ने कहा था कि चीजों को सही दिशा में रखने के लिए उन्हें एक और बैठक करनी होगी।
क्या कहते है सूत्र
सूत्रों ने बताया कि भाजपा विश्वास को पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट से प्रत्याशी बनाने का विचार कर सकती है क्योंकि वह एक अच्छे वक्ता हैं और अपनी कविता के माध्यम से जनता को बांधे रख सकते हैं। बता दें कि कुमार विश्वास पिछले वर्ष से ही आम आदमी पार्टी से नाराज चल रहे हैं। दिल्ली में पिछले साल राज्यसभा की तीन सीटें खाली हुई थी और विश्वास को उम्मीद थी कि पार्टी उनको राज्यसभा का टिकट देकर सांसद बनाएगी लेकिन आप ने ऐसा ना करके तीनों सीटों पर संजय सिंह के साथ एन डी गुप्ता और सुशील गुप्ता को टिकट देकर राज्यसभा के लिए नामित किया था।
गौरतलब है विश्वास आप के संस्थापक सदस्यों में शुमार हैं और वह अरविंद केजरीवाल के साथ अन्ना आंदोलन के दिनों से जुड़े थे। पार्टी ने 2014 के लोकसभा चुनाव में कुमार विश्वास को उत्तर प्रदेश की हाई प्रोफाइल सीटों में शुमार अमेठी से राहुल गांधी और स्मृति ईरानी के खिलाफ मैदान में उतारा था।