सम्मान पर ठेस तो गर्जे अधिवक्ता, न्यायिक कार्य से विरत रह जताया विरोध

भास्कर समाचार सेवा
हाथरस। प्रमुख सचिव अवनीश अवस्थी के मनमाने ढंग से पारित आदेश के विरुद्ध न्यायालय परिसरों पर अधिवक्ताओं ने अपना विरोध दर्ज किया और कार्य से विरत रहे। हांलाकि आक्रोश प्रदेश सरकार के एक और सचिव के खिलाफ भी था लेकिन आदेश वापस होने पर उक्त प्रशासनिक अधिकारी का विरोध नहीं किया गया।
विदित हो कि उत्तर प्रदेश बार काउंसिल के आह्वान पर पूरे प्रदेश अधिवक्तागणों का आक्रोश फूटा। इसका मुख्य कारण उत्तर प्रदेश सरकार के सचिव प्रफुल्ल कुमार व प्रमुख सचिव अवनीश अवस्थी के उन पत्रों को लेकर था जो अधिवक्ताओं के सम्मान के विपरीत थे। दरअसल इन प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा दिये गए अधिवक्ताओं के विरुद्ध पारित मनमाने ढंग के आदेश से पूरे प्रदेश के अधिकारीगण नाराज थे। हालांकि प्रदेश सरकार के सचिव प्रफुल्ल कुमार द्वारा तो अपना आदेश वापस ले लिया गया लेकिन प्रमुख सचिव अवनीश अवस्थी द्वारा दिनांक 15 मई को मनमाने ढंग से पारित किए गए आदेश के विरोध में डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन के अलाव तहसील पर भी अधिवक्ता कार्य से विरत रहे और अपना विरोध दर्ज किया। इस मौके पर अध्यक्ष यज्ञदत्त गौतम व सचिव राधा माधव शर्मा एडवोकेट के अलावा दिगम्बर सिंह मोहन, पंडित मनोज शर्मा, स्वराज खान, गोविंद उपाध्याय, जोशीजी रवींद्र सिंह, विमल सारस्वत, देवेश दीक्षित, राधेलाल पचौरी, यतीश शर्मा, रामकुमार शर्मा, सुनील दत्त शर्मा, अरविंद वशिष्ठ आदि तमाम अधिकारीगण मौजूद थे।