भास्कर समाचार सेवा
मोदीनगर । शत्रु संपत्ति प्रकरण को लेकर सैकड़ों प्रभावित लोग गुरुवार को तहसील मेंं एसडीएम शुभांगी शुक्ला से मिले। उन्होंने इस प्रकरण को लेकर एडीएम प्रशासन द्वारा धीमी गति से की जा रही जांच पर नाराजगी प्रकट की। उनका कहना था कि एडीएम प्रशासन द्वारा द्वारा जांच कमेटी में 5 अधिकारी नियुक्त किए गए थे, मगर हर बार की तरह ही आज भी दो अधिकारियों की उपस्थिति हैं। इससे प्रशासन की नियत का पता चलता है। उनका कहना था कि लगभग 700 फाइल तहसील में आई हुई है 15 दिन में एक बार कुछ फाइलों की जांच होती है अगर इसी तरह से जांच चलती रही तो सभी फाइलों की जांच 1 साल में भी पूरी नहीं होगी । फाइलों की जांच के लिए प्रभावित लोगों को सूचित करने का तरीका भी ठीक ना होने पर लोगों ने रोष जाहिर किया । पूरी संपत्ति किन सबूतों के आधार पर शत्रु संपत्ति घोषित की गई है । उन कागजों की मांग भी रखी गई। एसडीएम शुभांगी शुक्ला ने 3 दिन पहले सूचित करने व मंगलवार व शुक्रवार का दिन जांच के लिए निर्धारित करके जल्द से जल्द जांच पूरी करने का आश्वासन दिया । आंदोलन की अगुवाई कर रहे पूर्व जिला पंचायत सदस्य बबली गुर्जर ने बताया कि गलत तरीके से शत्रु संपत्ति घोषित करने के साथ-साथ जांच प्रक्रिया में विलंब किया जा रहा है। जिसको लेकर प्रभावित लगभग 50000 लोगों में काफी रोष व्याप्त है अगर प्रशासन के द्वारा जल्द से जल्द निष्पक्ष जांच करके घोषित की गई । उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि शत्रु संपत्ति की पूरी जमीन के दस्तावेज से शत्रु संपत्ति नहीं हटाया जाता है तो एक बड़ी पंचायत करके जल्द से जल्द बड़े आंदोलन की रूपरेखा तैयार की जाएगी । इस अवसर पर मुख्य रूप से कालू चेयरमैन, देव शर्मा, मुकेश गर्ग, ओम दत्त शर्मा, कटार सिंह, राहुल गुर्जर, धनवीर, संजीव महेश्वरी, नवाब अली, सुंदर गुर्जर, नवाब प्रधान, एडवोकेट अनिरुद्ध, आशीष गुर्जर सहित सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।
खबरें और भी हैं...
महाकुंभ में बना त्रिस्तरीय सुरक्षा चक्र: 45 करोड़ लोग कर सकेंगे संगम स्नान
महाकुंभ 2025, बड़ी खबर
संभल हिंसा की मजिस्ट्रियल जांच: आरोपियों पर लागू होगा एनएसए
उत्तरप्रदेश, बड़ी खबर
लखनऊ से दुधवा पर्यटक वायुयान सेवा शुरू: पर्यटन व वन मंत्री ने की हवाई यात्रा
उत्तरप्रदेश, बड़ी खबर