दिल्ली और एनसीआर की हवा लगातार जहरीली होती जा रही है। मेरठ जनपद में पश्चिमी विक्षोभ के कारण विषैला प्रदूषण छा गया। इससे 15 नवम्बर तक स्कूल बंद कर दिए गए और निर्माण कार्यों पर रोक लगा दी गई है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के बुलेटिन के अनुसार मेरठ में एयर क्वालिटी इंडेक्स 297 पाया गया। यह खराब स्थिति है। इसे देखते हुए जिलाधिकारी अनिल ढींगरा ने 14 और 15 नवम्बर को कक्षा 12 तक के स्कूल बंद करने का आदेश दिया। जबकि पर्यावरण प्रदूषण सुधार एवं नियंत्रण अभिकरण के चेयरमैन डाॅ. भूरेलाल ने निर्माण कार्यों पर 15 नवम्बर तक रोक लगा दी। इससे पहले अभिकरण ने पहले पांच नवम्बर तक, फिर आठ नवम्बर तक और फिर इसे बढ़ाकर 11 व 13 नवम्बर कर दिया था।
पश्चिमी विक्षोभ के कारण बदले हालात
कई दिन तक हवा साफ रहने के बाद दिल्ली-एनसीआर में फिर से हालात बिगड़ गए। सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि विवि के मौसम केंद्र प्रभारी डाॅ. यूपी शाही का कहना है कि 15 नवम्बर तक हिमालय पर पश्चिमी विक्षोभ बना रहेगा। इसके प्रभाव से बहने वाली उत्तर-पूर्वी हवा नमी लेकर आती है। इससे प्रदूषण बढ़ रहा है। मेरठ में एयर क्वालिटी इंडेक्स 297 रहा। जबकि गाजियाबाद में 467, हापुड़ में 394 रहा।
पर्यावरणविद रमनकांत त्यागी का कहना है कि वाहनों के धुएं, पराली जलाने, कूड़ा जलाने आदि कारणों से हवा विषैली होती जा रही है। इस पर रोक लगाना अनिवार्य है।