- एटीएस ने लखनऊ में हुई हिंदू नेता कमलेश तिवारी हत्याकांड में कानपुर से सिम दुकानदार को उठाया
- जांच एजेंसियों ने दुकानदार से गुजरात की आईडी पर दिए गए सिम कार्ड की जानकारी जुटाना शुरू कर दिए
- सिम लेने में लगाई गई आईडी हत्यारों की गिरफ्तारी में बन सकती हैं अहम कड़ी
कानपुर । उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में 18 अक्टूबर को हुए हिंदू नेता कमलेश तिवारी हत्याकांड में कानपुर जनपद से एक सिम विक्रेता को एटीएस ने पूछताछ के लिए उठाया है। हिरासत में लेकर जांच एजेंसियां गुजरात की आईडी पर हत्यारों द्वारा सिम कार्ड खरीदें जाने की जानकारी जुटाने में जुटी हैं। सिम दुकानदार को रेलबाजार थाना क्षेत्र से पकड़ा गया है।
लखनऊ में दो दिन पूर्व हिंदू नेता कमलेश तिवारी हत्याकांड में कानपुर जनपद से एक सिम दुकानदार को रविवार की शाम पकड़ा गया है। एटीएस की टीम ने सिम दुकानदार को रेल बाजार थाना क्षेत्र से पकड़ा है और पूछताछ शुरू कर दी। जांच एजेंसियां सिम दुकानदार से हत्यारों को गुजरात की आईडी पर सिम देने के बारे में जानकारी जुटा रही हैं।
जानकारी के मुताबिक जांच एजेंसियों को पुख्ता सुबूत मिले हैं कि लखनऊ में कमलेश तिवारी की हत्या से पूर्व हत्यारे कानपुर के सेंट्रल स्टेशन पर ट्रेन से उतरे। स्टेशन पर उतरने के बाद उन्होंने रेलबाजार इलाके में स्थित एक मोबाइल दुकान से गुजरात की आईडी लगाकर सिम कार्ड खरीदा। सिम खरीदने के बाद दोनों हत्यारे यहां से लखनऊ के लिए रवाना हुए थे। यहां से लखनऊ जाने से पूर्व दोनों ने घटना को अंजाम देने की योजना भी बनाई थी।
एटीएस को यह भी साक्ष्य मिले हैं। माना जा रहा है कि हत्यारों को पकड़ने में कानपुर के कनेक्शन एक अहम कड़ी बन सकती है। फिलहाल जांच एजेंसियां सिम विक्रेता से गहन पूछताछ व आईडी कार्ड की जानकारी जुटा रही हैं। सूत्रों की माने तो सिम कार्ड लेने में लगाई गई आईडी के दस्तावेज भी फर्जी निकल सकते हैं।