
आगरा। राज्यसभा सांसद रामजी लाल सुमन द्वारा महाराणा सांगा को ‘गद्दार’ कहे जाने पर क्षत्रिय समाज में जबरदस्त आक्रोश फैल गया है। इसी के विरोध में करणी सेना ने शनिवार को आगरा के गढ़ी रामी में महाराणा सांगा की जयंती पर ‘रक्त स्वाभिमान सम्मेलन’ का आयोजन किया है।
करीब 50 बीघे में विशाल पंडाल लगाया गया है। सम्मेलन में उत्तर प्रदेश के अलावा राजस्थान, हरियाणा और गुजरात से हजारों लोग केसरिया साफा पहनकर पहुंच चुके हैं। अब तक 60 से 80 हजार लोगों की मौजूदगी बताई जा रही है, जबकि 3 लाख लोगों के आने का दावा किया जा रहा है।
दोपहर 12:30 बजे पुलिस जब आयोजन स्थल पर पहुंची तो करणी सेना के कार्यकर्ता भड़क गए। उन्होंने पुलिस को घेर लिया और तलवारें व डंडे लहराने लगे। स्थिति तनावपूर्ण होते देख पुलिस को वापस लौटना पड़ा।
करणी सेना ने ऐलान किया है कि वे शाम 5 बजे के बाद सपा सांसद रामजी लाल सुमन के घर की ओर कूच करेंगे। प्रशासन ने स्थिति को देखते हुए सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए हैं। रास्तों में 500 से अधिक जगहों पर बैरिकेडिंग की गई है, सड़कों पर बड़े पत्थर रखे गए हैं और 10 हजार पुलिस व PAC जवानों को तैनात किया गया है। पूरे इलाके की निगरानी ड्रोन से की जा रही है।
रामजी सुमन के आवास को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। एक किलोमीटर का क्षेत्र सील कर दिया गया है, मेटल डिटेक्टर लगाए गए हैं और 1000 पुलिसकर्मी तैनात हैं। इसके अलावा सुमन ने अपनी सुरक्षा के लिए 10 निजी बाउंसर भी लगाए हैं।
दरअसल, सपा सांसद ने 21 मार्च को राज्यसभा में बयान देते हुए कहा था:
“भाजपा वाले अक्सर कहते हैं कि मुसलमानों में बाबर का डीएनए है। तो फिर हिंदुओं में किसका डीएनए है? बाबर को भारत लाने वाला कौन था? वह राणा सांगा था। अगर मुसलमान बाबर की औलाद हैं, तो हिंदू गद्दार राणा सांगा की औलाद हुए। ये तय होना चाहिए। ये लोग बाबर को तो कोसते हैं, लेकिन राणा सांगा की आलोचना नहीं करते। आज़ादी की लड़ाई में भी इन्होंने अंग्रेजों की गुलामी की थी।”
सांसद के इस बयान से क्षत्रिय समाज और करणी सेना में रोष फैल गया है, जिसके बाद यह पूरा विवाद तूल पकड़ता जा रहा है।
सांसद के इस बयान से क्षत्रिय समाज और करणी सेना में रोष फैल गया है, जिसके बाद यह पूरा विवाद तूल पकड़ता जा रहा है।
क्या कहा सपा संसद धर्मेंद्र यादव ने “आज़मगढ़ में सपा सांसद धर्मेंद्र यादव ने करणी सेना और सरकार को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि करणी सेना को खुद सरकार चला रही है और यह सरकार की ही शह पर काम कर रही है।