
आगरा में सोमवार सुबह घर के सामने खेल रहा 6 साल का बच्चा 100 फीट गहरे बोरवेल में गिर गया। साथ खेल रहे बच्चों ने इसकी जानकारी परिवार को दी। बच्चे को बचाने के लिए पहले पुलिस टीम ने रेस्क्यू शुरू किया। ऑक्सीजन और खाने-पीने की चीजें रस्सी से बांधकर बोरवेल के अंदर पहुंचाईं। आर्मी रेस्क्यू के लिए पहुंच गई है। इसके अलावा, गाजियाबाद से एनडीआरएफ की टीम भी पहुंच गई है।
आर्मी के जवानों ने बोरवेल में ऑक्सीजन, कैमरा और वाइस माइक डाला है। बच्चे से बात करने की भी कोशिश की जा रही है। बच्चा अभी होश में है। इसका वीडियो भी जारी किया गया है। बोरवेल के बगल में गड्ढ़ा खोदा जा रहा है। आर्मी के मुताबिक बच्चा 90 से 95 फीट नीचे फंसा है। उसकी सांस चल रही है।
मामला निबोहरा के धरियाई गांव का है। यहां छोटे लाल का बेटा शिवा सोमवार सुबह छह बजे घर के बाहर खेल रहा था। इसी दौरान अचानक वह खेलते हुए घर के सामने बने बोरवेल के गड्ढे में गिर गया। उसके साथ खेल रहे अन्य बच्चों ने दौड़कर यह बात परिजनों को बताई। कुछ ही देर में पूरे गांव के लोग वहां इकट्ठा हो गए। एसपी ग्रामीण अशोक वेंकट के भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने टीम के साथ बच्चे को बचाने का प्रयास शुरू कराया। ग्रामीणों को बोरवेल से दूर हटाया गया है।
आगरा में मौजूद आर्मी की पैराब्रिगेड चला रही रेस्क्यू
जिलाधिकारी प्रभु नारायण ने बताया कि एनडीआरफ से मदद मांगी है। लेकिन टीम को गाजियाबाद से आने में समय लगेगा। इस लिए आगरा में मौजूद आर्मी पैरा ब्रिगेड से मदद ली गई है। टीम मौके पर पहुंच गई है। दो एंबुलेंस और दो जेसीबी वहां हैं। डॉक्टर्स की टीम मौके पर है। एक मजिस्ट्रेट को वहां भेजा गया है। बच्चे तक ऑक्सीजन पहुंचाई जा रही है।
डोरी डाल कर लिया बच्चे का हाल
परिजनों ने डोरी में छोटा पत्थर बांधकर गड्ढे में डाला और शिवा से बात करने का प्रयास किया। शिवा ने डोरी खींची तो लोगों को आशा बंधी कि वह जीवित है। इसके बाद उसे बचाने के प्रयास शुरू हो गए हैं। हादसे के बाद से परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है।
स्वास्थ्य विभाग रेस्क्यू में जुटा

स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गड्ढे में ऑक्सीजन और भोजन का सामान भेज दिया है। पुलिस मौके पर भीड़ को हटाकर राहत कार्य मे जुटी हुई है। गड्ढे को खोदकर बच्चे को सकुशल निकालने के लिए एक्सपर्ट की टीम भेजी गई है। फिलहाल अधिकारी कुछ जानकारी नहीं दे रहे हैं। मगर आपसी बातचीत में रेस्क्यू करने में दो दिन तक का समय लगने की उम्मीद जता रहे हैं।
परिजनों की लापरवाही से हुआ हादसा
बताया जा रहा है कि इस बोरवेल से पाइप निकालकर छोटेलाल के परिवार ने दूसरे बोरवेल में डाल दिया था। लेकिन लापरवाही में उसे बंद करना भूल गए थे। अब उन्हें मलाल है कि यदि बोरवेल को बंद कर दिया होता तो यह हादसा नहीं होता। मौके पर क्षेत्रीय विधायक जितेंद्र वर्मा भी पहुंच गए हैं।












