आगामी लोक सभा चुनाव का आगाज़ हो चुका है. इस चुनाव में सियासी घमासान के बीच नेताओं की तरफ से आपत्तिजनक बयानबाजी भी तेज हो गई है। सभी पार्टियों ने चुनाव के के मद्देनजर पार्टियों का चुनावी अभियान जारी है. अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए सभी दिग्गज उम्मीदवार अपने संसदीय क्षेत्रों का दिन-रात दौरा कर रहे हैं और अच्छा माहौल बनाने की कोशिश में जुटे हैं.
इस बीच बबते चले वहीं बिहार के हाजीपुर में एनडीए कार्यकर्ताओं की मीटिंग में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के कार्यकर्ता राम मंदिर के मुद्दे पर आपस में हाथापाई का मामला सामने आया है. राम मंदिर के मुद्दे को लेकर बीजेपी-जदयू कार्यकर्ताओं के बीच हंगामा इस कदर बढ़ गया कि हाथापाई की भी नौबत आ गई और दोनों के बीच कुछ हाथापाई भी हुई. इतना ही नहीं, हंगामा कर रहे बीजेपी कार्यकर्ताओं ने मंच के सामने पहुंच जदयू नेताओं से बदसलूकी की और मंच से नेताओं को उतारने की कोशिश भी की.
इतना ही नहीं बीजेपी कार्यकर्ताओं ने जदयू के राष्ट्रीय सचिव संजय वर्मा के साथ स्टेज के सामने खड़े होकर बदसलूकी भी की और नेताओं के मंच से नीचे उतारने की भी कोशिश की.
हाजीपुर के एक होटल के सभागार में बिहार चुनाव को लेकर एनडीए की बैठक हुई जिसमें जिसमें एनडीए के धटक दल बीजेपी, जदयू एवं लोजपा के कार्यकर्ता और नेता आए. इस बैठक में जदयू के राष्ट्रीय सचिव संजय वर्मा ने कहा कि हाजीपुर में राम मंदिर के मुद्दे को चुनाव में नहीं लाना चाहिए.
राम मंदिर हाजीपुर में प्रचार में मुद्दा नहीं हिना चाहिए जनता दल यूनाइटेड के नेता के इस कथन पर देखिए भाजपा के कार्यकर्ता हाजीपुर में कैसे एनडीए की बैठक में हंगामा कर रहे हैं । pic.twitter.com/v6kHvcoTS9
— manish (@manishndtv) April 13, 2019
बस इस बात को सुनकर बीजेपी कार्यकर्ता भड़क गए और वह हाथापाई करने पर उतर आए. इस हंगामें को देखकर बीजेपी विधायक मंच से नीचे उतर आए और उन्होंने हंगामा कर रहे लोगों को समझाया भी. यह हंगामा इतना बढ़ गया था कि दोनों पार्टियों के कार्यकर्ता सभागर में कुर्सी भी फेंकने पर मजबूर हो गए थे.
मंदिर की बात पर भाजपा कार्यकर्ता भड़क उठे.
NDA के स्थानीय प्रत्याशी केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान के भाई पशुपति पारस के साथ एनडीए की समन्वय बैठक का आयोजन किया गया था. इसी दौरान मंदिर की बात पर भाजपा कार्यकर्ता भड़क उठे. भाजपा कार्यकर्ता जबरदस्त हंगामा करने लगे और मंच के नजदीक पहुंच टेबल पीटने लगे. मंच से उतर स्थानीय बीजेपी विधायक ने समझाने की भी कोशिश की. इतना ही नहीं, उन्होंने मंच से ही मंदिर मुद्दे पर बयान को लेकर माफी भी मांगी. मगर हंगामा यहीं नहीं रुका और हाथापाई भी होने लगी.
हिन्दू जागरण मंच के जिला अध्यक्ष भारत भूषण ने कहा कि हमलोग धारा 370 की बात नहीं करें. कैसे चुनाव जितना है उसकी बात करे. हमलोग जब गांव में जाते हैं तो लोग पूछते हैं कि आपका मेनिफेस्टो था उस पर क्या काम हुआ? हम लोग क्या जबाब दें? वहीं, लोजपा प्रत्याशी पशुपति पारस ने कहा कि अभी आपके आने से पहले लोगो में नाराजगी दिखी. मीडिया और प्रेस में नाराजगी होती है. पब्लिक में कोई नाराजगी नहीं होती है.
दूसरे चरण का चुनाव 18 अप्रैल को 97 सीटें पर होगा जिसमें बिहार की किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया, भागलपुर और बांका लोकसभा सीट पर वोटिंग होनी है. बिहार में पहले चरण की औरंगाबाद, गया, नवादा और जमुई सीट पर चुनाव हो गया है. इस बार भी बिहार में एनडीए और महागंठबंधन के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है लेकिन इसका रिजल्ट 23 मई को आएगा. बिहार में एनडीए में बीजेपी,जदयू और लोजपा हैं तो वहीं महागठबंधन में आरजेडी कांंग्रेस, आरएलएसपी और हम पार्टीं हैं.