लखनऊ: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बतौर मुख्यमंत्री रहते हुए अपने सरकारी बंगले को आलीशान बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद बंगला छोड़ते समय अखिलेश ने अपना समान ले जाने के दौरान काफी तोड़फोड़ की थी। मीडिया रिपोर्ट्स में यहां तक कहा गया कि शिफ्ट होने के दौरान वो सरकारी बंगले के टाइल्स और टोंटी तक उखाड़कर साथ ले गए।
अब इस मामले में एक नई बात सामने निकलकर आई है
लोक निर्माण विभाग की रिपोर्ट में बंगले की छत से लेकर किचन, लॉन, बॉथरूम में तोड़फोड़ और टाइल्स निकाले जाने का जिक्र किया गया है। इसके अलावा बंगले में बना जिम, स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, बैडमिंटन कोर्ट और साइकल ट्रैक तोड़ दिया गया था।
लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) की जांच में पता चला है कि अखिलेश ने विक्रमादित्य मार्ग पर मौजूद इस बंगले में विभिन्न निर्माण कार्यों पर साढ़े पांच करोड़ रुपये रुपये से ज्यादा खर्च किए लेकिन इसमें से 467.86 लाख रुपये के निर्माण कार्य अवैध रुप से किए गए थे। हालांकि अभी इस बात का पता नहीं चल सका है कि यह धनराशि किस मद से खर्च की गई थी। वहीं सपा नेता अनुराग भदौरिया ने कहा है कि यह सब फर्जी है और भाजपा द्वारा प्लांट किया गया है।
आपको बता दें कि कुछ महीने पहले ही अखिलेश यादव के मुख्यमंत्री आवास में तोड़फोड़ की तस्वीरें सोशल मीडिया में वायरल हुई थी। फोटो में टेनिस कोर्ट, टाइल्स, नल जैसी कई चीजें उखड़ी और टूटी नजर आ रहीं थीं। हालांकि अखिलेश यादव ने कहा था कि वह नुकसान की भरपाई करने को तैयार हैं। समाजवादी पार्टी ने इसे अखिलेश यादव की छवि धूमिल करने की साजिश बताया था।