शराब कांड : 116 मौते, सीएम योगी को साजिश की आशंका…

 

लखनऊ।।  उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जनपद में जहरीली शराब पीने से मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। उत्तर प्रदेश में 6 और मौतें और हरिद्वार में 3 मौतों के साथ रविववार को जहरीली शराब की वजह से मरने वालों का आंकड़ा 116 हो गया है। इसके अलावा यूपी में 16 और उत्तराखंड में 12 लोगों की हालत गंभीर है।   विपक्ष इस मामले को लेकर सरकार पर हमलावर है। वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि है कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। आबकारी मंत्री भी किए जाएं कार्यमुक्त
बसपा सुप्रीमो मायावती ने रविवार को उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में जहरीली शराब से हुई मौतों के मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग की है। इसके साथ ही उन्होंने निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करने के लिये दोनों राज्यों के आबकारी मंत्रियों को तत्काल कार्यमुक्त करने की भी मांग की है। उन्होंने कहा कि सरकार मृतक परिवारों को उचित मुआवजा भी दे।

बीजेपी सरकारों की घोर लापरवाही का परिणाम

बसपा सुप्रीमो ने कहा कि उत्तर प्रदेश व उत्तराखण्ड में अवैध तरीके से तैयार नकली व जहरीली शराब पीने से सौ से अधिक गरीब, मजदूर लोगों की दर्दनाक मौत तथा लगभग उतने ही लोगों के जिन्दगी-मौत से जूझने की घटनायें अति दुःखद व अति शर्मनाक हैं। यह घटनायें बीजेपी सरकारों की घोर लापरवाही व उदासीनता का परिणाम हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में अवैध तरीके से तैयार होने वाली जहरीली शराब की एक गैरकानूनी समानान्तर व्यवस्था चल रही है। इसके ज्यादातर शिकार गरीब, मजदूर व अन्य दिहाड़ी मजदूर होते हैं। ऐसे में इस मामले की पूरी तरह जांच की जाए और जिम्मेदार लोगों पर कड़ी कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि केंद्र व राज्य में बैठी भाजपा सरकारों को दिन रात संकीर्ण व चुनावी राजनीति करने से फुर्सत ही कहां है जो वो अपनी संवैधानिक जिम्मेदारियों का पालन करते हुए जनहित के कार्य कर सकें।

जहरीली शराब बनाने वालों को सरकार का समर्थन-अखिलेश

वहीं समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आरोप लगाया है कि जहरीली शराब बनाने वालों को सरकार का समर्थन मिल रहा है। उन्होंने कहा कि विपक्ष इस मामले पर सरकार को लगातार सचेत कर रहा है लेकिन सरकार पर कुछ असर नहीं पड़ रहा है क्योंकि जहरीली शराब बनाने वालों को सरकार का समर्थन मिल रहा है। सपा अध्यक्ष ने कहा कि सरकार की शह के बिना ये सब सम्भव नहीं है। इस सरकार को अब मान लेना चाहिए कि राज्य चलाना उनके बस की बात नहीं है।

प्रियंका गांधी ने की सरकारी नौकरी की मांग

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने मृतकों के परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने रविवार को कहा कि मुझे उम्मीद है कि राज्य सरकार दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी और मृतकों के परिवारों के लिए मुआवजा और सरकार की नौकरियां प्रदान करेगी।
साजिश की आशंका, नहीं बख्शे जाएंगे दोषी-योगी आदित्यनाथ 

उधर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले को लेकर कहा है कि पूर्व में बाराबंकी, हरदोई, आजमगढ़, कानपुर में जैसे साजिश हुई थी, वैसी साजिश हुई तो साजिश को अंजाम देने वाले व्यक्तियों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई होगी।
उन्होंने कहा कि आजमगढ़ में जब घटना गठित हुई थी तो सपा का एक नेता लिप्त मिला था। हरदोई में इस प्रकार की घटना को अंजाम देने की तैयारी थी तो समाजवादी पार्टी का एक पूर्व प्रत्याशी गिरफ्तार हुआ। कानपुर में जहरीली शराब की घटना में समाजवादी पार्टी के नेता पकड़े गए। बाराबंकी में समाजवादी पार्टी के नेता पकड़े गए थे। उन्होंने प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों को पूरी सतर्कता बरतने, जहरीली और कच्ची शराब बनाने वालों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हरिद्वार के गांव में आयोजित भोज में कच्ची शराब परोसी गई थी। इस कार्यक्रम में सहारनपुर, मेरठ और मुज्जफरनगर के निवासी शामिल हुए थे। इस भोज में कच्ची शराब परोसी गई थी। वह कच्ची शराब मिलावटी थी, जहरीली थी, कैसी थी जांच में सामने आएगा लेकिन उससे भारी मात्रा में उत्तरखण्ड और उत्तर प्रदेश के सहारनपुर और अन्य जनपदों में मौत हुई है। उसकी जांच कराई जा रही है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में जहरीली शराब का एक रैकेट काम कर रहा है इसीलिए मैंने वहां के मुख्यमंत्री से बात की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस पूरे घटनाक्रम में जो भी दोषी होगा, बख्शा नहीं जाएगा।

88 तक पहुंची मृतकों की संख्या

इस बीच सहारनपुर जनपद में रविवार दोपहर तक जहरीली शराब पीने से मरने वालों की संख्या बढ़कर 88 तक पहुंच गई। इनमें से 24 लोगों की मौत मेरठ मेडिकल काॅलेज में हुई। मेरठ मेडिकल काॅलेज में मृत लोगों का पोस्टमार्टम मेरठ में ही कराया जा रहा है। सहारनपुर में जिला प्रशासन ने 46 शवों का पोस्टमार्टम कराया है। मेरठ जोन के एडीजी प्रशांत कुमार की अगुवाई में अवैध शराब कारोबारियों पर पुलिस व आबकारी विभाग की छापेमारी लगातार चल रही है।

सामूहिक चिता जलाकर हो रहा अंतिम संस्कार

मृतकों की बढ़ती संख्या को देखते हुए सहारनपुर में शवों का सामूहिक चिता सजाकर अंतिम संस्कार किया जा रहा है। गांव खेड़ामुगल में चार, गांव उमाही में नौ तथा सलेमपुर में पांच लोगों के शवों का सामूहिक चिता जलाकर अंतिम संस्कार किया गया। गांव कोलकी में शवों का अलग-अलग दाह संस्कार किया गया है। जिलाधिकारी आलोक पांडेय का कहना है कि शवों का अंतिम संस्कार किया जा रहा है। पोस्टमार्टम में आए मौत के कारणों की रिपोर्ट तैयार की जा रही है। मेरठ में जिलाधिकारी अनिल ढींगरा और डीआईजी अखिलेश कुमार ने मेडिकल काॅलेज का दौरा करके गंभीर बीमारों का हालचाल लिया और डाॅक्टरों को सही इलाज करने की हिदायत दी।

पूरे प्रदेश में चलाया जा रहा अभियान

इस बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर पूरे प्रदेश में अवैध शराब के कारोबार में लिप्त तत्वों के विरुद्ध सघन अभियान जारी है। सहारनपुर में जहरीली शराब पीने से लोगों की मृत्यु की घटना के क्रम में थाना नागल, थाना देवबन्द तथा थाना गागलहेडी में आबकारी अधिनियम की धारा-60 ए के तहत तीन मुकदमे पंजीकृत कराए गए हैं।
अवैध शराब के कारोबार के सम्बन्ध में चलाए गए अभियान के दौरान कुल 35 अभियोग पंजीकृत किए गए हैं। इस अभियान में अवैध शराब की 06 भट्ठियां, 3600 लीटर लहन नष्ट, 250 लीटर कच्ची शराब व 60 लीटर अंग्रेजी शराब बरामद की गयी है।
जनपद सहारनपुर में अवैध शराब कारोबारियों के सम्बन्ध में चलाए गए अभियान के दौरान कार्रवाई हेतु 37 टीमें लगायी गयी हैं। अवैध शराब के कारोबार में लिप्त 175 व्यक्तियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है तथा जनपद सहारनपुर में 10 पुलिस कर्मी भी निलंबित किये गए हैं।
अवैध शराब कारोबारियों के विरुद्ध छापेमारी में अब तक 297 अभियोग दर्ज किये गयें तथा 9269.7 लीटर अवैध मदिरा एवं 47700 किलोग्राम लहन बरामद किया गया है। 

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