गुजरात में 14 महीने की मासूम के साथ हैवानियत के आऱोप में बिहार के युवक की गिरफ्तारी के बाद समुदाय विशेष के लोगों का यूपी बिहार के लोगों पर फूटा गुसा गुस्सा. यूपी बिहार के लोगों को पिटाई के मामले में पुलिस ने 180 लोगों को हिरासत में लिया. इनकी गिरफ्तारी पर पाटीदार नेता अल्पेश ठाकोर ने चेतावनी दी है कि उनके समुदाय के निर्दोष लोगों को 72 घंटे के अंदर रिहा किया जाए. इस बारे में अब कांग्रेस नेता ने सफाई दी है कि उनका हिंसा की घटनाओं में कोई हाथ नहीं है।
This is unfortunate, we have never advocated violence and only talked peace.All Indians are safe in Gujarat: Alpesh Thakor,Congress MLA on allegations that he fanned violence against UP/Bihar migrants after a rape case in Sabarkantha. #Gujarat pic.twitter.com/DTJiY3eYE4
— ANI (@ANI) October 7, 2018
बता दें कि वडनगर में मंगलवार को प्रदर्शन किए गए थे। इस दौरान कांग्रेस विधायक और गुजरात क्षत्रिय ठाकोर सेना के संयोजक अल्पेश ठाकोर के नेतृत्व में हो रहे प्रदर्शन हिंसक हो गए, जिसके बाद पुलिस को लाठीचार्ज और आंसू गैस का सहारा लेना पड़ा। प्रदर्शनकारी, प्रवासी वर्कर्स को हटाने की मांग कर रहे थे। ठाकोर ने कहा था कि इंडस्ट्रियल यूनिट्स को दूसरे राज्यों की जगह स्थानीय लोगों को काम देना चाहिए।
गुजरात में सभी भारतीय सुरक्षित
ठाकोर ने इन आरोपों को गलत बताते हुए कहा है, ‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है, हमने कभी हिंसा की वकालत नहीं की और हमेशा शांति की बात नहीं की है। सभी भारतीय गुजरात में सुरक्षित हैं।’ गौरतलब है कि राज्य में हो रहे प्रदर्शनों और उत्तर भारतीयों पर हो रहे हमलों के डर से बड़ी संख्या में लोग अपने घरों को वापस जा रहे हैं। यहां तक कि इस कारण राज्य में उद्योगों में काम ठप हो गया है और फैक्ट्रियों के मालिकों ने सुरक्षा मांगी है।
जानिए क्या है पूरा मामला
अहमदाबाद के आजपास इन दिनों एक अजीब सा नजारा देखने को मिल रहा है। एक अख़बार की खबर के अनुसार यहां हिन्दी बोलने वाले कई प्रवासी पलायन कर रहे हैं। यहां सालों से रह रहे उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और बिहार के यह लोग भीड़ के डर से भाग रहे हैं। खबर के अनुसार यहां की गुस्सा भीड़ 14 साल की बच्ची के साथ हुए रेप के कारण गैर गुजरातियों पर हमले कर रही है। जिस कारण से डर से लोग तेजी से पालायन कर रहे हैं।
मीडिया की खबर के अनुसार अहमदाबाद के चाणक्यपुरी फ्लाईओवर के नीचे बस का इंतजार कर रहे कुछ प्रवासियों का कहना है कि उनसे मकान मालिकों ने घर खाली करवा लिए हैं। वहीं, इस पूर पालायन के प्रकरण पर गुजरात पुलिस का कहना है कि प्रवासियों में खासकर यूपी और बिहार के लोगों को निशाना बनाने के आरोप में गांधीनगर, अहमदाबाद, सबरकांठा, पाटन और मेहसाणा से कम से कम 180 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
वहीं, अपने राज्य वापस जाने वालों में एक व्यक्ति का कहना है कि उनके घर के बच्चे गली में खेल रहे थे कि अचानक एक भीड़ ने उन पर हमला कर दिया जिस कारण से वह अभी तक सदमें में हैं। साथ ही एक और व्यक्ति का कहा कि पिछले कुछ दिनों में यूपी, बिहार और मध्य प्रदेश के करीब 1,500 लोग गुजरात छोड़कर चले गए हैं। नकाब पहने कुछ लोगों ने उससे कहा कि ‘सुबह 9 बजे से पहले गुजरात छोड़ दे’ वर्ना वह मारा जाएगा। खबर के अनुसार
शनिवार (6 अक्टूबर) को यूपी और बिहार के के 20 बसें यहां से भर के गई हैं। यानि की लोग तेजी से अपना घर छोड़ रहे हैं। गुजरात के अहमदाबाद में ये घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं जिस कारण से लोग अपना घर और काम सब छोड़कर मजबूरी में घर वापसी को तैयार हैं। 28 सितंबर को जिस बच्ची से बिहार के शख्स ने कथित तौर पर बलात्कार किया, उसे शनिवार को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। उसकी हालत खतरे से बाहर है। आरोपी को उसी दिन गिरफ्तार कर लिया गया था।