मुंबई। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना की ओर से भाजपा विधायक राम कदम को राम नहीं रावण संबोधित करते हुए लगाए गए हजारों पोस्टर बुधवार को सुबह तक पुलिस ने विभिन्न इलाकों से निकालकर बरामद किया है। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के प्रोग्राम में राम कदम की ओर से लड़कियों के संबंध में गैरजिम्मेदाराना बयानबाजी दिए जाने के विरोध स्वरुप मनसे ने रातभर यह पोस्टर मुख्यमंत्री निवास वर्षा के आसपास, घाटकोपर, भिवंडी , उल्हासनगर आदि इलाकों में लगाए थे। विधायक राम कदम के इस कृत्य से भाजपा को घेरने का जोरदार प्रयास जारी है।
मिली जानकारी के अनुसार
घाटकोपर में सोमवार को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का उत्सव मनाते समय राम कदम ने कहा था कि यदि किसी को किसी लड़की से प्रेम है और उसे उससे शादी करनी है और लड़के के मां-बाप राजी हैं तो वह उनसे संपर्क करें। राम कदम ने अपना मोबाइल नंबर भी सभी को लिखाया तथा कहा कि वह उस लड़की को उठवा कर उसके हवाले कर देंगे। कदम के इस गैरजिम्मेदाराना बयानबाजी का खामियाजा मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को भी भुगतना पड़ रहा है। मुख्यमंत्री खुद उस कार्यक्रम में शरीक हुए थे।
इस मामले में राकांपा की ओर से राम कदम पर मंगलवार को दिन भर निशाना साधा गया और उन्हें भाजपा का रावण बताया गया था। राकांपा विधायक विद्या चव्हाण ने एक कार्यक्रम में राम कदम को कोसा था। इसी तरह शिवसेना विधायक नीलम गोहे ने भी राम कदम को शर्म करो तक कह दिया था।
कांग्रेस प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अशोक चव्हाण ने राम कदम के बहाने मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि क्या इसी काम के लिए राम कदम को विधायक बनाया गया है। अशोक चव्हाण ने राम कदम पर आपराधिक मामला दर्ज करने की मांग की है। इस मुद्दे पर मनसे की ओर से बीती रात मुंबई के लगभग सभी इलाकों में राम कदम के विरोध में पोस्टर लगाए गए । इस पोस्टर में राम कदम को रावण तो बताया ही गया है, साथ में मुख्यमंत्री व भाजपा को राम कदम के लड़की भगाने वाले कृत्य के लिए भागीदार भी बताया गया है। इन हजारों की तादाद में लगाए गए पोस्टरों को बुधवार सुबह तक बरामद करने का काम मुंबई पुलिस कर रही थी।