सऊदी अरब ने शनिवार को हत्या और आतंकवादी से जुड़े अपराधों के लिए दोषी ठहराए गए 81 लोगों को फांसी के फंदे पर चढ़ा दिया। आधुनिक इतिहास में ये पहली बार है जब किसी देश ने 81 दोषियों को एक दिन में फांसी के फंदे चढ़ाया हो। इस कदम से अपने नाम सऊदी अरब ने अजब रिकॉर्ड दर्ज करा लिया है। सऊदी प्रेस एजेंसी ने के अनुसार, इन सभी को हत्या और आतंकवाद से जुड़ी गतिविधियों में दोषी पाया गया था। इन अपराधियों में आई इस्लामिक स्टेट समूह, अलकायदा या हुती विद्रोही संगठन या अन्य आतंकवादी संगठनों से जुड़े आतंकी भी शामिल थे। ये अपराधी सऊदी में हमले की योजना बना रहे थे जिसमें बड़ी संख्या में आम नागरिकों की हत्या की साजिश भी शामिल थी।
आखिर क्यों आरोपियों को मिला एक वकील का अधिकार
सऊदी प्रेस एजेंसी ने बताया कि “आरोपियों को एक वकील का अधिकार प्रदान किया गया था और न्यायिक प्रक्रिया के दौरान सऊदी कानून के तहत उनके पूर्ण अधिकारों की गारंटी दी गई थी, जिसने उन्हें कई जघन्य अपराध करने का दोषी पाया, जिसमें बड़ी संख्या में नागरिक और कानून प्रवर्तन अधिकारी मारे गए थे।” इसी के आगे एजेंसी ने बताया गया है कि , “पूरी दुनिया की स्थिरता के लिए खतरा पैदा करने वाले आतंकवाद और चरमपंथी विचारधाराओं के खिलाफ राज्य सख्त और अटूट रुख अपनाना जारी रखेगा।”
81 आरोपियों को फांसी की सजा दी गई
बता दें जिन 81 आरोपियों को फांसी की सजा दी गई है उनपर अपहरण, यातनाएं देने, दुष्कर्म, तस्करी, हथियार और बम धमाकों में शामिल होने के आरोप थे। इन 81 लोगों में 73 सऊदी नागरिक, सात यमन और एक सीरियाई नागरिक शामिल हैं। इन सभी के खिलाफ सऊदी की अदालतों में मुकदमा चलाया गया था। इस मामले की निगरानी 13 जज कर रहे थे।
सऊदी अरब बना अपराधियों के लिये कट्टर
एक दिन में 81 लोगों को फांसी की सजा देना बहुत बड़ी बात है। सऊदी अरब दुनिया के उन देशों में से एक माना जाता है जहां सबसे सख्त कानून हैं। अब आतंकियों को सजा देने के मामले में इस इस्लामिक देश ने एक नया रिकॉर्ड स्थापित किया है। ये संख्या इस खाड़ी देश में 2021 के पूरे साल में जितनों की फांसी दी गई थी उससे भी कहीं अधिक है। हर साल देता है अपराधियों को सख्त सजा।
वर्ष 2021 में इस देश ने 69 लोगों को फांसी दी थी।
सऊदी अरब में 2020 में 27 अपराधियों को सजा-ए-मौत हुई थी।
वर्ष 2019 में 2019 सऊदी अरब ने कथित आतंकवाद से संबंधित अपराधों के लिए 37 लोगों को सजा ए मौत दी थी इनमें से कई अपराधियों का सिर कलम किया गया था।
वर्ष 2016 की जनवरी में 47 लोगों के सिर कलम कर दिए गए थे