जितेंद्र कुंडू
मुरादनगर। सामाजिक समरसता मंच के तत्त्वाधान में मुरादनगर की कबीर बस्ती (शीतलपुरी) व बाघा जतिन बस्ती (आयुध निर्माणी स्टेट) में बाबासाहब डा.भीमराव अंबेडकर जी की जयंती मनाई गई। इस अवसर पर गाजियाबाद विभाग संयोजक वीर बहादुर ने मुख्य वक्ता के तौर बोलते हुए बाबा साहब के व्यक्तित्व और कृतित्व पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बाबा साहब को सच्चा राष्ट्रवादी बताते हुए उन्होने जीवन भर समाज में फैली कुरीतियों के विरुद्ध,वंचितों और शोषितों को अधिकार दिलाने के लिए संघर्ष किया। धर्म परिवर्तन के मामले में भी उन्होंने उसी बुद्ध धर्म को चुना जो भारत की पावन भूमि में जन्मा था। गाजियाबाद जिले में सामाजिक समरसता प्रमुख अरूण कुमार ने बाबा साहेब के द्वारा देश हित में किए गए कार्यों का विस्तार से वर्णन किया। मंच संचालन विश्रांत ने किया।
मुख्य अतिथि ब्रजेश्वर नीमी ने अपने विचार प्रकट करते हुए बताया कि बाबा साहेब दूरदृष्टा थे। वे छोटे राज्यों के पक्षधर थे। उन्होंने उ.प्र., म.प्र.और बिहार राज्यों के विभाजन का प्रस्ताव रखा था। जो उस समय तो स्वीकार नहीं किया गया था। परंतु उनकी मृत्यु के बाद कालांतर में इन राज्यों को विभाजित किया गया और नए राज्य उत्तराखंड, छत्तीसगढ़ और झारखंड का जन्म हुआ। इसी तरह बाबासाहब धारा 370 के विरोधी थे। परंतु नेहरू ने चालाकी करके, उनकी अनुपस्थिति में आनन फानन में इस धारा को पास करा लिया। फिर भी बाबा साहब ने अपने कौशल से इसमें टेंपरेरी शब्द जुड़वा दिया और इसी शब्द के कारण प्रधान मंत्री मोदी धारा370, 35A समाप्त कर सके। कार्यकर्ताओं ने भारत माता और बाबा साहब के चित्रों पर पुष्पार्पण किया
उपस्थित लोगों में ओम प्रकाश भारती, इंजी. भूपेंद्र प्रकाश, डा. शशि कांत, राजकुमार जाटव, देवेंद्र जाटव, सुक्रम पाल, हरीश गौतम, देवेंद्र जाटव, भीम सिंह, सुक्के लाल, लच्छी, प्रकाश, सनी गौतम, संजय कोरी, अखिलेश, गिरीश, मुकेश, सतेंद्र, नरेंद्र, गोविंद डा. केशव , संजीव नवनीत नीमी,एड.विजय , अनुज नीमी, मोहित, दीपक श्रीमति बिंदु , शालिनी , संगीता रामो देवी, राजवती, शकुंतला, चंद्रो आदि रहे।
कार्यक्रम अध्यक्ष ओम प्रकाश भारती ने कार्यक्रम के अंत में सभी आगंतुकों का आभार प्रकट किया।