सीसीटीवी कैमरे से होगी प्रयोगात्मक परीक्षा की निगरानी
जिन केंद्रों पर परीक्षा हुई उन्हीं केंद्रों पर प्रैक्टिकल एग्जाम देंगे परीक्षार्थी
भास्कर ब्यूरो
अंबेडकर नगर। इस बार यूपी बोर्ड की प्रयोगात्मक परीक्षाएं कुछ अलग ही तरीके से होती नजर आएंगी। सख्ती अपनाते हुए परिषद ने कहा है कि जो जिस केंद्र पर परीक्षा दे रहा था। उसी केंद्र पर उसका प्रैक्टिकल एग्जाम होगा। जहां पर प्रयोगशाला की व्यवस्था नहीं है। उसकी परीक्षा बगल के केंद्र पर कराई जाएगी। प्रयोगात्मक परीक्षाएं बुधवार 20 अप्रैल से शुरू होंगी। इस बार यह भी निर्देश है कि शिक्षक प्रयोगात्मक परीक्षा के लिए अपने मंडल के जिलों में ही परीक्षक बनाए जाएंगे।अब तक प्रयोगात्मक परीक्षा के लिए माध्यमिक शिक्षा परिषद की तरफ से परीक्षकों की नियुक्ति होती थी। जो अलग-अलग जनपदों में जाकर परीक्षा करा देते थे। इस बार माध्यमिक शिक्षा परिषद ने व्यवस्था में बड़ा बदलाव किया है। सबसे बड़ा बदलाव आया है कि वित्तविहीन विद्यालयों के शिक्षक इस बार परीक्षक नहीं बन पाएंगे। उन्हें इस बार प्रयोगात्मक परीक्षा से भी हटा दिया गया है। इससे पहले परीक्षा के दौरान ही केंद्र व्यवस्थापक पद से हटा दिया गया था। माध्यमिक शिक्षा परिषद और विभाग के अधिकारियों ने गूगल मीट के माध्यम से जिला विद्यालय निरीक्षक से वार्ता कर नई व्यवस्था की जानकारी दी। प्रयोगात्मक परीक्षाएं सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में होंगी इसकी मानिटरिंग जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में बनाए गए कंट्रोल रूम के माध्यम से किया जाएगा। निगरानी के एक नोडल अधिकारी की तैनाती की जाएगी।
जिला विद्यालय निरीक्षक प्रवीण कुमार मिश्र ने बताया कि जो विद्यालय परीक्षा के लिए केंद्र बनाए गए हैं। उन्हीं विद्यालयों में प्रयोगात्मक परीक्षाएं होंगी। यदि बनाए गए केंद्र पर प्रयोगात्मक परीक्षा के लिए प्रयोगशाला की व्यवस्था नहीं होगी तो ऐसे परीक्षार्थियों को बगल के केंद्रों पर भेज कर वहां उनकी परीक्षा कराई जाएगी। निर्देश दिया गया है कि जिस केंद्र पर प्रयोगात्मक परीक्षा करानी है यदि वहां पर उस विषय की मान्यता नहीं है तब भी वहां पर प्रयोगात्मक परीक्षा नहीं कराई जाएगी। जिला विद्यालय निरीक्षक ने बताया कि नई व्यवस्था के साथ प्रयोगात्मक परीक्षा कराने के लिए परीक्षकों के नियुक्ति पत्र और अन्य प्रपत्र देर शाम प्राप्त हो गए हैं।
प्रयोगात्मक परीक्षा के अंक स्टैटिक मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में दिए जाएंगे
प्रयोगात्मक परीक्षा के दौरान अंक देने में पारदर्शिता ना होने और किसी तरह की गड़बड़ी से बचने के लिए माध्यमिक शिक्षा परिषद ने इस बार नया तरीका अपनाया है। अब परीक्षा के बाद अंक प्रदान करते समय वाह्य और आंतरिक परीक्षक के अलावा स्टैटिक मजिस्ट्रेट भी मौजूद रहेंगे। उनकी मौजूदगी में ही अंक प्रदान कर दिए जाएंगे। उसके बाद उसमें कोई संशोधन नहीं हो सकेगा। पूर्व में ऐसा देखा जाता था परीक्षकों पर दबाव बनाकर प्रबंधक मनमाना अंक ले लेते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं हो सकेगा।
डीआईओएस प्रवीण कुमार मिश्रा ने कहा है कि सभी प्रयोगात्मक परीक्षा से जुड़े परीक्षार्थी अपने-अपने केंद्रों के केंद्र व्यवस्थापक से संपर्क कर केंद्र पर पहुंचें। यदि उस केंद्र पर परीक्षा नहीं होती है। तो दूसरे केंद्र पर परीक्षा होने की जानकारी वहीं से मिलेगी। उन्होंने कहा कि सभी केंद्र व्यवस्थापक भी सक्रिय रहें। जिससे किसी भी जानकारी को तत्काल एक दूसरे तक पहुंचाया जा सके। इस बार अयोध्या मंडल की प्रयोगात्मक परीक्षा पहले चरण में 20 से 27 अप्रैल तक होगी। परीक्षकों के सम्बंध में जानकारी देर शाम तक बोर्ड से मिलेगी।