वाशिंगटन। अमेरिका एक नया शक्तिशाली परमाणु बम बनाने की तैयारी कर रहा है। यह द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान जापान के हिरोशिमा पर गिराए गए बम से 24 गुना अधिक शक्तिशाली होगा।
B61 का आधुनिक संस्करण होगा B61-13
अमेरिकी रक्षा विभाग की घोषणा के मुताबिक, यह B61 न्यूक्लियर ग्रैविटी बम का आधुनिक संस्करण होगा, जिसे B61-13 नाम दिया गया है। अभी इसे कांग्रेस (संसद) से मंजूरी मिलनी है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, पेंटागन द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि B61-13 का निर्माण ‘द डिपार्टमेंट ऑफ एनर्जीज नेशनल न्यूक्लियर सिक्योरिटी एडमिनिस्ट्रेशन’ करेगा। 360 किलोटन वजनी B61-13 परमाणु बम B61-7 का स्थान लेगा, यानी परमाणु बम की संख्या नहीं बढ़ेगी, बल्कि इसका जखीरा और खतरनाक हो जाएगा।
जापान पर गिराए गए बम से कई गुना शक्तिशाली
नए बम की अपेक्षा हिरोशिमा पर गिराया गया बम 15 किलोटन वजनी था, जबकि नागासाकी पर गिराया गया बम 25 किलोटन वजनी था। सरल शब्दों में कहें तो नया बम हिरोशिमा पर गिराए गए बम की तुलना में 24 गुना और नागासाकी पर गिराए गए बम की तुलना में 14 गुना अधिक शक्तिशाली होगा।
बढ़ते खतरे के बीच की गई घोषणा
अंतरिक्ष रक्षा नीति के असिस्टेंट सेक्रेटरी जान प्लंब ने कहा कि यह घोषणा दुनिया के वर्तमान सुरक्षा स्थिति में बदलाव और बढ़ते खतरे को ध्यान में रखते हुए की गई है। उन्होंने कहा, “हम अपने देश के साथ अपने सहयोगियों को भी आश्वस्त करना चाहते हैं कि बढ़ती सुरक्षा चुनौतियों को लेकर हम सचेत हैं और जरूरत पड़ने पर उसका माकूल जवाब देने में भी सक्षम हैं।”
परमाणु हथियार के संख्या में वृद्धि नहीं
अंतरिक्ष रक्षा नीति के असिस्टेंट सेक्रेटरी जान प्लंब ने कहा, “B61-13 अत्यधिक गतिशील सुरक्षा वातावरण की चुनौतियों का प्रबंधन करने के लिए एक उचित कदम का प्रतिनिधित्व करता है।” उन्होंने कहा, “हालांकि यह हमें अतिरिक्त लचीलापन प्रदान करता है, लेकिन B61-13 के उत्पादन से हमारे परमाणु भंडार में हथियारों की कुल संख्या में वृद्धि नहीं होगी।”
एक रिपोर्ट के मुताबिक, फैक्ट शीट के अनुसार, शक्तिशाली नए बम में “Bबी61-12 की आधुनिक सुरक्षा और सटीकता विशेषताएं भी शामिल होंगी।” यह घोषणा इस महीने की शुरुआत में नेवादा में एक परमाणु परीक्षण स्थल पर अमेरिका के उच्च-विस्फोटक प्रयोग के बाद बढ़ते अंतरराष्ट्रीय तनाव के साथ मेल खाती है।