
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की बहन उज्मा खान ने मंगलवार को रावलपिंडी की अडियाला जेल में उनसे मुलाकात की। जेल से बाहर आकर उज्मा ने बताया कि भाई इमरान पूरी तरह ठीक हैं। दोनों के बीच करीब 20 मिनट तक मुलाकात हुई।
उज्मा ने बताया
इमरान खान की सेहत बिल्कुल ठीक है, लेकिन वे बेहद गुस्से में हैं। उन्हें मेंटली टॉर्चर किया जा रहा है और इस सब के लिए आसिम मुनीर जिम्मेदार हैं। उनकी बाहरी दुनिया तक कोई पहुंच नहीं है।
उन्होंने कहा कि वे आगे की जानकारी अपनी दोनों बहनों अलीमा खान और नौरीन खान से बातचीत के बाद शेयर करेंगी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मुलाकात से पहले भी उज्मा ने अलीमा खान से काफी देर तक बातचीत की थी।
#BREAKING: Imran Khan says he is being tortured inside Adiala Jail prison on instructions of Pakistan Army Chief Asim Munir. Imran Khan in solitary confinement in Pakistani prison with no access to outside world. Imran Khan sisters speak to media after meeting him. pic.twitter.com/mGosf6Fubs
— Aditya Raj Kaul (@AdityaRajKaul) December 2, 2025
27 दिन बाद इमरान की परिवार से मुलाकात
इमरान खान से 27 दिन के बाद परिवार का कोई सदस्य मिला है। इससे पहले उन्होंने 5 नवंबर को अपनी बहन नौरीन खान से मुलाकात की थी। पिछले मंगलवार को इमरान खान से मिलने उनके समर्थक और परिवार वाले पहुंचे थे, लेकिन जेल प्रशासन ने उन्हें इजाजत नहीं दी।
इसके बाद यह अफवाह फैल गई थी कि इमरान की मौत हो गई है और पाकिस्तान सरकार इसे छिपा रही है। इसे लेकर आज पाकिस्तान में बड़ा प्रदर्शन किया गया था, जिसे देखते हुए रावलपिंडी से लेकर इस्लामाबाद तक हाई अलर्ट जारी कर दिया गया था।

रावलपिंडी में धरना-प्रदर्शन पर रोक
पाकिस्तान सरकार ने आदेश जारी कर रावलपिंडी में 1 से 3 दिसंबर तक सार्वजनिक सभा, रैली, जुलूस, धरना-प्रदर्शन और 5 से ज्यादा लोगों के इकट्ठे होने पर बैन लगा दिया है। धारा 144 लागू है। डिप्टी कमिश्नर डॉ. हसन वकार ने इसे लेकर एक आदेश जारी किया है।
आदेश में हथियार, लाठी, गुलेल, पेट्रोल बम, विस्फोटक सामग्री ले जाने पर रोक लगा दी गई है। इसके अलावा नफरत भरे भाषण देना, पुलिस की बैरिकेडिंग हटाने की कोशिश करना, दो लोगों के एक मोटरसाइकिल पर पीछे बैठने और लाउडस्पीकर के इस्तेमाल करने पर भी पूरी तरह से रोक लगा दी गई है।
इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) ने मंगलवार को इस्लामाबाद हाईकोर्ट के बाहर और रावलपिंडी (अडियाला जेल) में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन करने का ऐलान किया था।
दावा- संदिग्ध संगठन कानून-व्यवस्था बिगाड़ने की फिराक में
आदेश में कहा गया है कि जिला खुफिया समिति ने रिपोर्ट दी है कि कुछ संगठन बड़े पैमाने पर लोगों को इकट्ठा करके कानून-व्यवस्था बिगाड़ने की फिराक में हैं।
ये लोग संवेदनशील ठिकानों, सरकारी इमारतों पर हमला कर सकते हैं, इसलिए जनता की सुरक्षा और शांति बनाए रखने के लिए ये पाबंदियां लगाई जा रही हैं।
PTI नेता बोले- कोर्ट आदेश को लागू कराने में नाकाम, इमरान से नहीं मिल पा रहे
PTI नेता असद कायसर ने कहा कि संसद के दोनों सदनों से विपक्षी सांसद इस्लामाबाद हाईकोर्ट के बाहर प्रदर्शन करेंगे और फिर अपना धरना अडियाला जेल ले जाएंगे।
उन्होंने कहा, “प्रदर्शन करने का फैसला इसलिए लिया गया है, क्योंकि कोर्ट अपने आदेश को लागू कराने में नाकाम रहा है और जेल प्रशासन भी कोर्ट के आदेशों का पालन करने को तैयार नहीं है।”
पिछले हफ्ते खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री ने जेल के बाहर धरना दिया था क्योंकि उन्हें आठवीं बार इमरान खान से मिलने से रोका गया। इसी तरह खान के परिवार के सदस्यों को कई हफ्तों से उनसे मिलने नहीं दिया जा रहा है।

न्याय राज्य मंत्री बोले- खैबर पख्तूनख्वा में राष्ट्रपति शासन लगाने की तैयारी
इससे पहले पाकिस्तान के न्याय राज्य मंत्री अकील मलिक ने सोमवार को कहा, ‘पख्तूनख्वा में सुरक्षा और प्रशासन की हालत बहुत खराब हो चुकी है।’ पाकिस्तान सरकार खैबर पख्तूनख्वा (KP) में राष्ट्रपति शासन लगाने पर विचार कर रही है।
जियो न्यूज के मुताबिक मलिक ने कहा, ‘खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री सोहेल अफरीदी वहां की स्थिति को सुधारने में बुरी तरह फेल रहे हैं। वह न तो केंद्र सरकार से कोई तालमेल रख रहे हैं और न ही जरूरी जगहों पर कोई कार्रवाई कर रहे हैं।’
सेना के आदेश पर अफरीदी को पुलिस ने पीटा था
इमरान खान का समर्थन करने रावलपिंडी की अडियाला जेल पहुंचे खैबर-पख्तूनख्वा (KP) राज्य के मुख्यमंत्री सोहेल अफरीदी को पुलिस ने 27 नवंबर को सड़क पर गिराकर पीटा था।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, CM सोहेल अफरीदी पर हमले की कार्रवाई सेना के आदेश पर की गई। अफरीदी गुरुवार को जिस समय जेल पहुंचे थे, वहां भारी सुरक्षा थी और PTI समर्थकों की भीड़ लगातार बढ़ रही थी। उनके पहुंचने से हालात और बिगड़ गए।
पुलिस ने उन्हें और उनके साथ आए नेताओं को आगे बढ़ने से रोक दिया। धक्का-मुक्की के दौरान पुलिसकर्मियों ने CM को लात-घूंसे भी मारे और जमीन पर गिरा दिया। PTI ने इस घटना को लोकतांत्रिक अधिकारों पर हमला बताया है।

अफरीदी ने बड़े विरोध-प्रदर्शन की धमकी दी थी
अफरीदी का कहना है कि सरकार को इमरान खान की सेहत और सुरक्षा को लेकर उठे सभी सवालों के सही जवाब देने होंगे। अगर ऐसा नहीं किया गया तो वे जनता के साथ सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर हो जाएंगे।
अफरीदी ने आरोप लगाया कि सरकार इमरान खान की हालत की सही जानकारी नहीं दे रही है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर इमरान खान को कुछ हुआ तो इसके नतीजे की जिम्मेदारी पूरी तरह मौजूदा सरकार पर होगी।
उन्होंने पाकिस्तान सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर पर तंज कसते हुए कहा कि देश के बिगड़ते हालात के लिए वही जिम्मेदार हैं। अफरीदी का कहना है कि इमरान खान तक पहुंच रोकना और उनकी सेहत की जानकारी छिपाना जनता के भरोसे के साथ खिलवाड़ है।
इमरान के बेटे बोले- 6 हफ्तों से पिता को अकेले ‘डेथ सेल’ में रखा है
पिछले कुछ दिनों से इमरान खान की मौत की अफवाहें तेज हो गई हैं। गुरुवार को इमरान खान के बेटे कासिम खान ने अपने पिता के जिंदा होने का सबूत मांगा था।
कासिम ने X पर लिखा कि उनके पिता को 845 दिन पहले गिरफ्तार किया गया था। पिछले 6 हफ्तों से उन्हें अकेले एक ‘डेथ सेल’ में रखा गया है।
कासिम ने कहा कि उनकी बुआ को भी अपने भाई से मिलने नहीं दिया जा रहा है। यह सब किसी सुरक्षा नियम की वजह से नहीं, बल्कि जानबूझकर की जा रही कार्रवाई है। सरकार उनके पिता की असली हालत छिपा रही है।

इमरान खान की मौत की अफवाह से शुरू हुआ विवाद
यह पूरा विवाद उस समय और भड़क उठा जब कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री अफरीदी रात भर धरने पर बैठ गए। वजह थी कि उन्हें लगातार आठवीं बार PTI संस्थापक और पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान से मिलने नहीं दिया गया।
उनके साथ खैबर पख्तूनख्वा के कई मंत्री और सैकड़ों PTI कार्यकर्ता भी मौजूद थे। रात भर धरना चला, सुबह जेल के बाहर ही फज्र की नमाज अदा की गई। अगले दिन सीएम ने धरना खत्म करते हुए ऐलान किया कि अब वे इस्लामाबाद हाईकोर्ट जाएंगे।
पिछले कुछ दिनों से इमरान खान की मौत की अफवाहें तेज हो गई हैं। इमरान खान के बेटे कासिम खान और उनकी बहनें लगातार प्रशासन से मिलने देने और इमरान के जिंदा होने का सबूत मांग रही हैं। वहीं, इमरान खान की पार्टी PTI लगातार धरना कर रही है।














