लखनऊ । समाजवादी पार्टी (सपा) के लिये मुश्किलें खड़ी करने वाले ‘यादव परिवार’ के अहम सदस्य शिवपाल सिंह यादव का समाजवादी सेक्युलर मोर्चा मुलायम सिंह यादव को छोड़ कर राजनीतिक पृष्ठभूमि वाले परिवार के अन्य अन्य सदस्यों से चुनावी रणक्षेत्र में दो दो हाथ करने से गुरेज नहीं करेगा।
सैफई के मेजर ध्यान चंद्र र्स्पोटस स्टेडियम मे आयोजित स्कूली खेल प्रतियोगिता का शुभारंभ करने के बाद पत्रकारो से बातचीत में मोर्चा के संयोजक शिवपाल ने कहा कि मोर्चे के उम्मीदवार कन्नौज, बदायूं सहित प्रदेश की 80 सीटों पर चुनाव लडेंगे लेकिन बडे भाई मुलायम सिंह यादव का उनका मोर्चा समर्थन करेगा। मुलायम को मैनपुरी संसदीय सीट से चुनाव मैदान मे उतारने की पेशकश की जायेगी।
यादव ने समाजवादी पार्टी अथवा परिवार से सुलह समझौते की गुंजाइश को दरकिनार करते हुये कहा कि अब पीछे हटने का कोई सवाल नही है। इस बारे में अगर को कोई प्रस्ताव आता भी है तो भी उस पर भी कोई विचार नही किया जायेगा।
उन्होने कहा कि मोर्चा बहुजन समाज पार्टी (बसपा) जैसी समान विचारधारा वाली पार्टियों से गठबंधन को तवज्जो देगा। अपने भतीजे और समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश, डिम्पल, धर्मेंद्र के खिलाफ सेकुलर मोर्चा के प्रत्याशी उतारने पर के सवाल पर कहा कि मोर्चा राज्य की 80 सीटों पर लड़ेगा ।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से मिलीभगत के सवाल पर शिवपाल ने कहा कि समाजवादी विचारधारा वाले लोग भाजपा के साथ के बारे में सोच भी नही सकते। समाजवादी सेकुलर मोर्चा का गठन किए जाने के बाद शिवपाल पहली दफा अपने पैतृक गांव सैफई में एक स्कूली समारोह में हिस्सेदारी करने के लिए पहुंचे थे। शिवपाल के वाहन में सपा के झंडे के स्थान पर समाजवादी सेकुलर मोर्चा का झंडा लगा था जिसके एक तरफ शिवपाल और दूसरी तरफ मुलायम की तस्वीर है ।
शिवपाल के स्पोर्ट्स स्टेडियम में पहुंचने से पहले उनके बड़े भाई और बदायूं के सांसद धर्मेंद्र यादव के पिता अभयराम यादव वहां पहुंच गए । सैफई, जसवंतनगर, ताखा, चकरनगर, जसवंतनगर,करहल से बड़ी संख्या में कार्यकर्ता पहुँचे थे। इस मौके पर सैफई गांव के प्रधान दर्शन सिंह यादव, रघुराज शाक्य पूर्व विधायक, सुखदेवी वर्मा पूर्व विधायक, पूर्व राज्य मंत्री राम सेवक गंगापुरा, आनंद उर्फ बबलू प्रधान झिंगुपूर महावीर सिंह यादव प्रधान कथुआ, डा. ब्रजेश यादव, रिशब यादव जसवंतनगर, कृष्णमुरारी गुप्ता, इसरार सिद्दीकी, अजेंद्र सिंह गौर, अनुज मोंटी यादव के नेतृत्व में बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद थी।