उत्तर प्रदेश में योगी मंत्रिपरिषद के पहले विस्तार से पहले सूबे के वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल और स्वतंत्र प्रभार की बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री अनुपमा जायसवाल ने मंगलवार को इस्तीफा दे दिया। सूत्रों की माने तो देर शाम या कल सुबह तक कई और मंत्री इस्तीफा दे सकते हैं।
राजेश अग्रवाल ने उम्र और स्वास्थ्य सम्बंधी और अनुपमा ने व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए आज अपना-अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पास भेज दिया। दो मंत्रियों के इस्तीफे के बाद राजधानी लखनऊ में कयासों का दौर शुरू हो गया है। भाजपा सूत्रों का कहना है कि पार्टी लाइन के अनुसार जो मंत्री 75 वर्ष से अधिक उम्र के हो गये हैं, उन सबका इस्तीफा लेकर मंत्रिपरिषद में नौजवानों को तरजीह दी जायेगी। बताया जा रहा है कि 75 वर्ष की आयु सीमा के अन्तर्गत आ रहे सहकारिता मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा और खेल मंत्री चेतन चौहान का भी आज शाम या कल सुबह तक इस्तीफा लिया जा सकता है।
इसके अलावा एक और महिला मंत्री के इस्तीफे की भी बात चल रही है। मुख्यमंत्री और पार्टी नेतृत्व इन महिला नेताओं के कामकाज से असंतुष्ट हैं। ऐसे में उन्हें मंत्रिपरिषद से हटाकर पार्टी संगठन में भेजे जाने की संभावना है। मंत्रिपरिषद से हटाये जा रहे नेताओं के खिलाफ समय-समय पर शिकायतें मिलने की भी बात कही जा रही है।
योगी मंत्रिपरिषद का पहला विस्तार सोमवार को होने वाला था, लेकिन रविवार देर रात एकाएक शपथ ग्रहण कार्यक्रम टाल दिया गया। राजधानी में आज फिर इस बात को लेकर चर्चा का दौर शुरू हो गया है कि बुधवार को पूर्वाह्न 11 बजे योगी मंत्रिपरिषद का विस्तार हो सकता है। हालांकि अभी तक इसकी कोई आधिकारिक सूचना नहीं मिली है। फिर भी मंत्रिपरिषद के विस्तार में एक दर्जन से अधिक नये चेहरों को मंत्री पद की शपथ दिलाई जा सकती है। कुछ राज्य मंत्रियों का ओहदा बढ़ाकर उन्हें कैबिनेट स्तर भी दिया जा सकता है। कुछ मंत्रियों के विभागों में भी फेरबदल की संभावना है।