पान खाने के शौकीन लोग इसे सुपारी, कत्था और चूना मिलाकर खाते हैं। यह सेहत के लिए काफी हानिकारक माना जाता है, लेकिन कहते हैं न हर सिक्के के दो पहलू होते हैं, ऐसे ही पान के पत्ते खाने के भी कई फायदे हैं, लेकिन इसका सेवन कत्था और चूना के साथ नहीं तुलसी के बीज के साथ करना फायदेमंद है।
पान के पत्ते कसैले होते हैं, लेकिन यह सेहत के लिए किसी औषधि से कम नहीं हैं। कई बीमारियों की दवा है एक पान की गिलोरी। ज्यादातर पान खाने के शौकीन पान के पत्तों के साथ चूना, सुपारी, कत्था जैसी चीजों को मिलाकर खाना पसंद करते हैं। लेकिन क्या आपने कभी पान के पत्तों को तुलसी के बीज के साथ खाया है। जी हां, कत्था और चूना मिलकर पान खाना भले ही सेहत के लिए फायदेमंद न हो, लेकिन पान के पत्तों को तुलसी के बीज के साथ खाना काफी फायदेमंद साबित हो सकता है।
दिल्ली के पंचकर्म अस्पतान के आयुर्वेदाचार्य डॉक्टर आर. पी. पराशर मानते हैं कि पान के पत्ते और तुलसी का बीज एक साथ खाने से डाइजेशन सिस्टम दुरुस्त रहता है। साथ ही मसूड़ों और दांतों से होने वाली परेशानी से भी राहत मिल सकती है। इसके अलावा यह कई परेशानियों से राहत दिला सकता है।
पान के पत्ते और तुलसी के बीज के फायदे
पान की पत्ते मसूड़ों में सूजन, मुंह की बदबू को दूर किया जा सकता है। इससे अलावा यह कई परेशानियों को दूर कर सकता है। आइए जानते हैं इसके बारे में-
ओरल हेल्थ- पान के पत्तों में मुंह की दुर्गंध को कम करने का गुण होता है। दरअसल, इसमें मौजूद तत्व बैक्टीरिया के असर को कम करने में अहम भूमिका निभा सकता है, जिससे मुंह से आने वाली बदबू को कम किया जा सकता है। मुंह से बदबू या फिर खून आने की परेशानी है तो 1 महीने तक पान के पत्तों के साथ तुलसी के बीच चबाएं। चाहे तो इसमें लौंग और इलायची भी डाल सकते हैं। इससे मुंह की दुर्गंध दूर होगी।
इम्यूनिटी करे बूस्ट-पान के पत्तों और तुलसी का बीज इम्यूनिटी बूस्ट करने में असरदार हो सकता है। इसमें मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट्स इम्यूनिटी पावर को मजबूत करते हैं। इससे कई सामान्य बीमारियों को दूर किया जा सकता है। पान की पत्तियां शारीरिक क्षमता को बेहतर कर सकता है। इससे स्पर्म काउंट और क्वालिटी में सुधार किया जा सकता है। अगर आपको शारीरिक रूप से कमजोरी महसूस हो रही है तो रोजाना आहार में पान की पत्तियां और तुलसी के बीज शामिल करें।
कोल्ड-काफ में राहत- पान की पत्तियां और तुलसी के बीज एक साथ खाने से सर्दी-जुकाम की परेशानी को कम हो सकती है। दरअसल, पान का पत्ता सिरदर्द को कम करता है। साथ ही तुलसी के बीज में मौजूद गुण गले की खराश और कफ की परेशानी से राहत दिलाता है जिससे आपको काफी आराम महसूस हो सकता है।
डाइजेशन दुरुस्त करे- पान की पत्तियों के साथ तुलसी का बीज खाने से डाइजेशन सिस्टम मजबूत हो होता है। दरअसल, तुलसी के बीज पान के साथ खाने से यह आपके सैलिवरी ग्लैंड को एक्टिव रखने में मददगार साबित हो सकती है। यह ग्लैंड खाने को छोटे-छोटे टुकड़ों में तोड़ने का कार्य करती है, जिससे कब्ज, अपच और गैस की समस्याओं से छुटकारा पा सकते हैं। इसके अलावा यह गैस्ट्रिक अल्सर से छुटकारा दिलाने में मददगार होता है।
मसूड़ों की सूजन से निजात
पान की पत्तियां और तुलसी का बीज मसूड़ों की सूजन को कम करने में असरदार हो सकता है। इसमें मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण सूजन और गांठ को कम कर सकते हैं। अगर आपके मसूड़ों में सूजन है तो रोजाना तुलसी के बीजों के साथ पान की पत्तियों को चबाएं। पान की पत्तियां और तुलसी का बीज स्वास्थ्य संबंधी कई परेशानियों का दूर कर सकता है। इसके सेवन से आपको काफी लाभ होगा, लेकिन ध्यान रखें कि अगर आपको पहले से किसी तरह की परेशानी है तो एक्सपर्ट से सलाह लेकर इनका सेवन करें।
कब्ज से मिलता है छुटकारा
पान के पत्ते के साथ तुलसी के बीज का सेवन करने से पाचन तंत्र मजबूत और पेट की जोड़ी परेशानी कम होती है। पान की पत्ती के साथ तुलसी के बीज का सेवन करने से कब्ज गैस की समस्या दूर होती है।
सिरदर्द दूर करे
सिरदर्द की परेशानी से जुझ रहे हैं तो ऐसे में पान के पत्ते आपके लिए फायदेमंद रहेंगे। पान के पत्तों में शहद और तुलसी के बीज साथ मिलाकर खाने से सिरदर्द में राहत मिलती है।
ऐसे करें सेवन
इसका सेवन करने के लिए रोजाना तुलसी के बीज के साथ पान की पत्तियों को चबा लें या तुलसी के बीज को पानी में भिगो दें और पान के पत्ते को भी पीसकर पानी में भिगो कम से कम दो सी तीन घंटे के लिए भिगो दें और दो-तीन घंटे बाद इस पानी को पी लें। यह स्वास्थ संबंधी कई परेशानियों को दूर कर सकता है।
डिस्क्लेमर- यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है। अपनाने से पहले एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें।