कैंसर संस्थान में आचार संहिता की वजह से मशीनों की खरीद नहीं हो पा रही थी. वहीं करोड़ों का बजट डंप पड़ा रहा. ऐसे में अधिकारियों ने शासन और चुनाव आयोग से गुहार लगाई, जिसके बाद मशीनों की खरीद को मंजूरी मिली गई. कार्यवाहक निदेशक डॉ. आरके धीमान के मुताबिक एमआरआई, सीटी स्कैन, ब्लड बैंक व ऑपरेशन थिएटर के आवश्यक उपकरण खरीदे जाएंगे.
पांच मंजिला भवन बनकर तैयार
कैंसर संस्थान 1200 बेड की क्षमता का होगा. इसमें प्रथम चरण में 700 बेड पर भर्ती की सुविधा होनी थी. वहीं गत वर्ष स्थायी निदेशक भ्रष्टाचार में हटा दिए गए हैं. ऐसे में कार्यवाहक निदेशक एसजीपीजीआई के डायरेक्टर डॉ. आरके धीमान को बनाया गया है. वहीं, सीएमएस की जिम्मेदारी डॉ. अनुपम वर्मा को सौंपी गई है. डॉ. आर के धीमान के मुताबिक संस्थान में पांच मंजिला ब्लॉक बनकर तैयार हो गया है. यह 210 बेड की क्षमता का होगा. साथ ही बताया गया कि मरीजों के लिए 12 बेड का प्री-ऑपरेटिव वार्ड और 16 बेड का पोस्ट ऑपरेटिव वार्ड भी होगा.
ओटी कॉम्प्लेक्स में आठ ऑपरेशन थियेटर
कैंसर संस्थान में मरीजों को ऑपरेशन के लिए लंबा इंतजार नहीं करना होगा. यहां ओटी कॉम्प्लेक्स तैयार हो गया. इसमें आठ नए ऑपरेशन थिएटर (ओटी) शुरू होंगे. अभी एक ऑपरेशन थिएटर चल रहा है. ऐसे में रोजाना दो से तीन मरीजों के ही ऑपरेशन हो पा रहे हैं. वहीं, ऑपरेशन थियेटर बढ़ने से मरीजों को राहत मिलेगी. कुल 24 ओटी संस्थान में प्रस्तावित है. सरकारी क्षेत्र में कैंसर मरीजों के ऑपरेशन की सुविधा सिर्फ केजीएमयू, पीजीआई और लोहिया संस्थान में हैं.
अब खून के लिए नहीं होगा भटकना
कैंसर इंस्टीट्यूट में ब्लड एंड ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन विभाग भी खुलेगा. इसमें ब्लड बैंक का भी संचालन होगा. ऐसा होने पर खून के लिए मरीज-तीमारदारों को भटकना नहीं होगा. वहीं डॉक्टर बड़े ऑपरेशन (मेजर सर्जरी) भी प्लान कर सकेंगे. इससे प्रदेश भर से आने वाले कैंसर रोगियों को राहत मिलेगी.
32 डॉक्टर हैं तैनात, भर्ती जल्द
संस्थान में अभी करीब 8 कैंसर सर्जन कार्यरत हैं. वहीं, 24 रेजीडेंट हैं. उधर, 219 पदों पर भर्ती होने वाली है. स्टाफ की भर्ती संबंधी जल्द विज्ञापन निकलेगा. उधर प्रशासनिक भवन भी तैयार है. इन भवनों को जल्द ही हैंडओवर किया जाएगा. उपकरण खरीद का काम चल रहा है.