आम आदमी पार्टी (आआपा) के राष्ट्रीय संयोजक और पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को आईएसबीटी के पास स्थित मरघट वाले हनुमान मंदिर से पुजारी-ग्रंथी सम्मान योजना के पंजीकरण का शुभारंभ किया।
पूर्व दिल्ली मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को कनॉट प्लेस के हनुमान मंदिर से इस योजना का शुभारंभ करना था लेकिन मंदिर के बाहर भाजपा के विरोध प्रदर्शन के कारण उन्होंने वहां जाने का कार्यक्रम रद्द कर दिया। केजरीवाल ने स्वयं आज सुबह एक्स पर पोस्ट कर कहा था कि वह आज कनॉट प्लेस स्थित हनुमान मंदिर से पुजारी ग्रंथी सम्मान योजना का शुभारंभ करेंगे।
आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल आज अपनी धर्मपत्नी सुनीता केजरीवाल के साथ मरघट वाले हनुमान मंदिर पहुंचे और दर्शन-पूजन कर भगवान का आशीर्वाद लिया। इसके बाद उन्होंने स्वयं मंदिर के महंत का योजना के तहत रजिस्ट्रेशन करके पूरी दिल्ली में पुजारी-ग्रंथी सम्मान योजना के पंजीकरण कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
अरविंद केजरीवाल ने एक्स पर कुछ तस्वीरें साझा करते हुए पोस्ट किया, “आज मरघट वाले बाबा के मंदिर (आईएसबीटी) में दर्शन किए और पुजारी ग्रंथी सम्मान योजना का शुभारंभ किया। यहां के महंत का आज जन्मदिन है। उनके साथ जन्मदिन भी मनाया।” उन्होंने भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि भाजपा ने आज रजिस्ट्रेशन रोकने की पूरी कोशिश की। लेकिन भक्त को अपने भगवान से मिलने से कोई नहीं रोक सकता।
केजरीवाल ने कहा कि जब से पुजारी ग्रंथी सम्मान योजना की घोषणा की गई है भाजपा वाले उन्हें गालियां दे रहे हैं। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि भाजपा की 20 राज्यों में सरकारें हैं। गुजरात में तो 30 साल से सरकार है। अभी तक वहां पुजारियों और ग्रंथियों का सम्मान क्यों नहीं किया गया। केजरीवाल ने कहा कि भाजपा उन्हें गाली देने के बजाय 20 राज्यों में इसे लागू करे।
उल्लेखनीय है कि केजरीवाल ने सोमवार को चुनावी घोषणा में कहा था कि आम आदमी पार्टी के जीतने पर दिल्ली में मंदिरों के पुजारियों और गुरुद्वारा साहिब के ग्रंथियों को 18,000 प्रति माह की सम्मान राशि दी जाएगी। ये योजना समाज में उनके आध्यात्मिक योगदान और हमारी सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित रखने के उनके प्रयासों का सम्मान है।