
शहजाद अंसारी
लखनऊ। महिला सिपाही पर अनैतिक सम्बन्ध बनाने का दबाव डालने वाले एएसपी सिटी लक्ष्मी निवास मिश्र के खिलाफ कार्रवाही के लिए पीडित महिला आरक्षी ने एडीजी जोन बरेली के समक्ष पेश होकर न्याय की गुहार लगाई है। एडीजी ने महिला आरक्षी को कार्रवाही का भरोसा देते हुए कहा कि एएसपी सिटी के इस कारनामें की जांच और कार्रवाही के लिये जांच कमेटी गठित कर दी है। जांच रिपोर्ट आते ही कार्रवाही की जाएगी।
जनपद बिजनौर में पुलिस अधीक्षक कार्यालय के डीसीआरबी अनुभाग में तैनात महिला आरक्षी ने बीती 10 अगस्त को आईजी कार्यालय मुरादाबाद पहुंचकर आईजी रमित शर्मा को बिजनौर एएसपी सिटी लक्ष्मी निवास मिश्र पर पिछले छह महीनों से अनुचित सम्बन्ध बनाने का दबाव डालने और न मानने पर कार्रवाहियां कराकर मानसिक उत्पीड़न किये जाने की लिखित शिकायत की थी जिससे बिजनौर से लेकर लखनऊ तक हडकम्प हड़कम्प मच गया था। आईजी स्तर से समुचित कार्रवाही न होने और इन्साफ न मिलने पर महिला सिपाही ने हताश और निराश होकर तीन दिन पूर्व 18 अगस्त को एडीजी बरेली अविनाश चन्द्र के समक्ष रो रोकर अपनी गुहार लगाई जिसके पश्चात एडीजी ने एसपी सिटी के इस कारनामें की जांच और कार्रवाही के लिये जांच कमेटी गठित कर दी हैं। पीडित महिला आरक्षी के अनुसार बीती 05 अगस्त को उसने तत्कालीन पुलिस अधीक्षक बिजनौर संजीव त्यागी से भी इस मांमले की लिखित शिकायत की लेकिन कोई कार्रवाही नही हुई उल्टा एएसपी सिटी लक्ष्मी निवास मिश्र के करीबी उसपर एएसपी लक्ष्मी निवास मिश्र के हिसाब से नौकरी करने का दबाव बनाने लगे थे। पीडित महिला आरक्षी ने एडीजी को बताया कि प्रतिसार निरीक्षक विद्या निवास मिश्र ने बीती 23 अप्रैल20 की शाम अपने मोबाइल न0 8700468681 उसे फोन किया था।
प्रतिसार निरीक्षक विद्या निवास मिश्र व एएसपी सिटी लक्ष्मी निवास मिश्र ने बेशर्मी की सारी हदे पार करते हुए उससे कहा था कि वह उन्हें अपना आका और खुदा बना ले सारी परेशानी दूर हो जाएगी जब उसने आशिक मिजाज एएसपी सिटी लक्ष्मी निवास मिश्र को लिफ्ट नही दी तो उसका और ज्यादा उत्पीडन किया जाने लगा। पीडित महिला आरक्षी हिम्मत न हारते हुए अपनी अस्मत की जंग जारी रखे हुए है। उधर एडीजी बरेली अविनाश चन्द्र ने न सिर्फ पीडित महिला आरक्षी की शिकायत सुनी बल्कि उसे जल्द न्याय का भरोसा देते एएसपी सिटी के इस कारनामें की जांच और कार्रवाही के लिये जांच कमेटी गठित कर दी है अब देखना यह है कि इस मामले में एडीजी स्तर से आशिक मिजाज एसपी सिटी लक्ष्मी निवास मिश्र व उसके सहयोगी प्रतिसार निरीक्षक के खिलाफ कार्रवाही होती है या मामला अपने विभाग से जुड़ा होने के कारण पीड़िता की आवाज को फाइलों में ही दबा दिया जाता है।











