
लखनऊ
यूपी में कोरोना के ऐक्टिव केस एक सितंबर को पीक पर होंगे। देश में बारीकी से नजर रख रही एक रिपोर्ट के मुताबिक देश में महामारी का पीक यानी सबसे अधिक मामले होंगे। मोस्ट लाइकली मॉडल के मुताबिक इस दिन के यूपी में 63,943 ऐक्टिव केस होंगे। 1 नवंबर से रोजाना दर्ज होने वाले केसों की संख्या में कमी आने लगेगी। एसइआईआर मॉडल की बात करें तो एक सितंबर को पीक होगा पर अनुमानित ऐक्टिव केसों की संख्या 73,243 होगी और 1 नवंबर से रोजाना आने वाले पॉजिटिव केस कम होने लगेंगे।
देश के संदर्भ में अनुमान की बात करें तो 2 सितंबर को 7.87 लाख ऐक्टिव केसों के साथ कोरोना अपने चरम पर पहुंच सकता है और 16 सितंबर के बाद इनमें लगातार गिरावट दर्ज की जा सकती है। इसके बाद 17 नवंबर से रोजाना दर्ज होने वाले केसों की संख्या में भी कमी आनी शुरू हो जाएगी।
रिकवरी रेट 74 फीसदी तक पहुंचा
रिपोर्ट के मुताबिक देश में कोरोना मरीजों के ठीक होने की दर 74 फीसदी तक जा पहुंची है। किसी एक दिन आने वाले नए केसों में से उस दिन ठीक हुए केसों को घटाने के बाद बचे नेट केसों में भी गिरावट दर्ज की गई है। ऐसे केस 16 हजार रोजाना से घटकर 10 हजार रोजाना के आसपास आ गए हैं। अब ज्यादातर केस देश के टीयर 2 और 3 शहरों से आ रहे हैं।
ग्रोथ रेट के साथ आंध्र, ओडिशा में हालत खराब
रिपोर्ट के मुताबिक कर्नाटक, बिहार, आंध्रप्रदेश में अब क्रमश: 12, 12 और 14 दिनों में मरीज डबल हो रहे हैं। ज्यादातर राज्यों में केस बढ़ने की रफ्तार नियंत्रण में है। दिल्ली, मुंबई, पुणे जैसे शहर कोरोना का चरम पार कर गए हैं। महाराष्ट्र, तमिलनाडु, गुजरात, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल, दिल्ली, मध्यप्रदेश और हरियाणा में ग्रोथ रेट 3 फीसदी से नीचे आ गया है।
ऐसे तैयार की गई रिपोर्ट
इस रिपोर्ट’ को डेटा विशेषज्ञों और मैथ एक्स्पर्ट्स के साथ मिलकर तैयार किया है। इस रिपोर्ट को तीन अलग-अलग मॉडल- पर्सेंटेज मॉडल, टाइम्स सीरीज मॉडल और एसइआईआर मॉडल के आधार पर तैयार किया गया है। मोस्ट लाइकली मॉडल में सबसे अधिक संभावना का अनुमान होता है।













