बिधूना-औरैया। मौसम का मिजाज बदलते ही बीमारियों ने भी अचानक तेजी से पैर पसारना शुरू कर दिया है। खांसी जुकाम बुखार जैसी बीमारियों से पीडि़त मरीजों की सरकारी व प्राइवेट अस्पतालों में भीडे लगी नजर आ रही है। इन दिनों मार्च का लगभग आधा माह ही बीता है और ऐसे में दिन के समय बेहद गर्मी होने और सुबह शाम ठंडक होने से मौसम के इस बदलाव से सर्दी जुकाम खांसी वायरल फीवर मलेरिया टाइफाइड निमौनिया जैसी बीमारियों का प्रकोप अचानक बढ़ गया है।
चिकित्सकों के अनुसार इस समय बच्चों में निमोनिया का अधिक प्रकोप देखने में मिल रहा है। बीमारियों के तेजी से पैर पसारने के चलते आलम यह है कि बिधूना अछल्दा सहार बेला एरवाकटरा उमरैन याकूबपुर पुर्वा सुजान असजना गूरा रुरूगंज कुदरकोट नेविलगंज कस्बों के सरकारी व प्राइवेट अस्पतालों के साथ रठगांव चंदरपुर सिंगी सिवरा कीरतपुर आदि क्षेत्रीय गांवों में भी नीम हकीम झोलाछाप प्राइवेट चिकित्सकों के क्लीनिकों पर उपरोक्त बीमारियों से पीडि़त मरीजों की भीड़े लगी नजर आ रही है। यही नहीं बढ़ रही बीमारियों का फायदा उठाकर पैथोलॉजी संचालकों की भी खूब बन आई है और संबंधित चिकित्सकों की सांठगांठ से बीमारियों की जांच पड़ताल के नाम पर वह भी मनमाने शोषण में जुट गए हैं।
ऐसा नहीं है कि मौसमी बीमारियां बढ़ने की जानकारी स्वास्थ्य महकमे को नहीं है बल्कि यह सब जानते हुए भी अब तक बीमारियों से बचाव और नियंत्रण के लिए कोई सरकारी कदम नहीं उठाए गए हैं जिससे लगातार बीमारियां बढ़ने से चिंतित क्षेत्रीय बुद्धिजीवियों में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की उदासीनता के प्रति नाराजगी है। अनिल दोहरे श्याम सुंदर शाक्य महेन्द्र सिंह सुखदेव राठौर विमल सेंगर आदि जागरूक लोगों ने जल्द बीमारियों से बचाव और नियंत्रण के लिए कारगर कदम उठाए जाने की जिला प्रशासन से मांग की है।