बेला-औरैया। आवारा गोवंश के हमले से गंभीर रूप से घायल हुए किसान की घटना के दसवें दिन उपचार के दौरान मौत हो गई है। किसान की मौत से उसके परिजनों में कोहराम मच गया है। वही बेहद हिंसक हो चुके आवारा गोवंशों के आए दिन हमलों से किसान बेहद भयभीत हैं इसके बावजूद समस्या जस की तस बनी हुई है। जानकारी के मुताबिक बेला थाना क्षेत्र के ग्राम तिरकों निवासी लगभग 75 वर्षीय किसान मुन्ना लाल शुक्ला पुत्र लल्लू प्रसाद शुक्ला 6 मार्च की रात्रि लगभग 10 बजे अपने खेतों से फसल की रखवाली कर वापस घर लौट रहे थे तभी घर के बाहर खड़े एक आवारा सांड ने उन पर हमला कर पेट फाड़ दिया।
चीख-पुकार पर पहुंचे लोगों ने आनन-फानन उन्हें उपचार के लिए तिर्वा के राजकीय मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया जहां से चिकित्सकों ने उपचार के बाद उन्हें कानपुर रेफर कर दिया साथ ही बाद में कानपुर के डॉक्टरों ने भी उन्हें लखनऊ के लिए रेफर कर दिया बाद में उपचार के दौरान गुरुवार की सुबह घायल किसान की मौत हो गई।
वहीं किसान की हुई मौत से उसके परिजनों में कोहराम मचा हुआ है। गौरतलब बात तो यह है कि हिंसक हो चुके अधिकांश आवारा गोवंश किसानों की बड़ी मुसीबत बने हुए है। तहसील क्षेत्र के कई किसानों की अब तक आवारा गोवंश के हमलों से मौतें हो चुकी है किंतु इसके बावजूद भी समस्या जस की तस बनी हुई है।