औरैया। बिधूना कस्बे के स्टांप वेंडर का शव पुरहा नदी में संदिग्ध उपस्थित परिस्थितियों में पड़ा पाए जाने से हड़कंप मच गया है। सोमवार की शाम से स्टांप वेंडर गायब थे। बाइक भी समीप में पड़ी मिली। जानकारी पर परिजनों में कोहराम मच गया। शव को कब्जे में लेकर पंचनामा भरवा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। जानकारी के मुताबिक बिधूना कस्बे के मोहल्ला किशोर गंज निवासी स्टांप वेंडर लगभग 52 वर्षीय वीरेंद्र दीक्षित पुत्र राम औतार दीक्षित बिधूना तहसील में स्टांप वेंडर थे। वह सोमवार की शाम से अचानक गायब थे और उनका फोन भी स्विच ऑफ जा रहा था। सुबह लगभग 7 बजे अछल्दा बिधूना मार्ग पर पसुआ ग्राम के समीप पुरहा नदी पुल से गुजर रहे लोगों ने नदी में किसी का शव पड़ा देखकर तत्काल इसकी सूचना पुलिस को दी जिस पर सीओ महेंद्र प्रताप सिंह कोतवाल ललित कुमार उपनिरीक्षक मुकेश कुमार पुलिस बल के साथ तत्काल मौके पर पहुंच गए और शव व बाइक को नदी से बाहर निकलवाया।
शाम से गायब थे स्टांप वेंडर बाइक भी समीप में पड़ी मिली मचा हड़कंप
मृतक की शिनाख्त के बाद घटना की सूचना मृतक के परिजनों को दी गई सूचना पर उसके परिजनों में कोहराम मच गया। पुलिस ने मृतक स्टांप वेंडर के शव को अपने कब्जे में लेकर पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मृतक स्टांप वेंडर के भतीजे गौरव दीक्षित ने बताया है कि उसके चाचा वीरेंद्र दीक्षित सोमवार की शाम से गायब थे देर रात्रि करीब 9 बजे उनका फोन मिलाया तो बंद था जिस पर रात में उनकी काफी तलाश की लेकिन उनका कहीं कोई सुराग नहीं लगा।
इस संबंध में ग्राम पसुआ निवासी स्टांप वेंडर उदय भान सिंह ने बताया है कि वीरेंद्र दीक्षित सोमवार की शाम लगभग 6ः30 बजे उन्हें बिधूना में अछल्दा रोड पर मिले थे पूछने पर बताया था कि किसी काम से रुरूगंज जा रहे हैं उसके गांव का मोड़ आने पर वह अपने गांव चला गया और वीरेंद्र दीक्षित रुरुगंज की तरफ अपनी बाइक से चले गए बाद में पता नहीं आखिर यह कैसे हुआ है। स्टांप वेंडर वीरेंद्र दीक्षित धार्मिक प्रवृत्ति के व्यक्ति थे और प्रतिदिन कस्बे के अछल्दा रोड पर स्थित प्राचीन शिव मंदिर पर अधिकांश समय पूजा पाठ में ही बिताते देखे जाते थे। मृतक स्टांप वेंडर के एक पुत्र मानस दीक्षित व दो पुत्रियां इच्छा व सौम्या है।