
बिधूना/ औरैया। अचानक तापमान बढ़ने के साथ मौसम का मिजाज बदलते ही बीमारियों ने पांव पसारना शुरू कर दिया है। आलम यह है कि विभिन्न बीमारियों से पीडि़त मरीजों की बिधूना तहसील क्षेत्र के सरकारी व प्राइवेट अस्पतालों में भारी भीडजमा होना शुरू हो गई है। साथ ही बीमारियां बढने का फायदा उठाकर नीम हकीम झोलाछाप चिकित्सक भी मरीजों के शोषण में तेजी से जुट गए हैं। फरवरी के महीने में अचानक मौसम का मिजाज बदलने और तापमान में काफी वृद्धि होने से मच्छरों का भी प्रकोप जोरों पर बढगया है जिससे मलेरिया, वायरल, फीवर, खांसी, जुकाम, फ्लू, डायरिया जैसी बीमारियों का भीषण प्रकोप हो जाने से हालत यह है कि घर-घर उपरोक्त बीमारियों से पीडि़त मरीजों की चारपाईयां बिछी हुई नजर आ रही है।
सरकारी व प्राइवेट अस्पतालों में मरीजों की जुट रही भीड़
बीमारियां बढने के चलते हालत यह है कि बिधूना तहसील क्षेत्र के सरकारी अस्पतालों के साथ प्राइवेट अस्पतालों में भी मरीजों की भारी भीडजुटती दिख रही है। मौसम का मिजाज बदलने से जोरों पर फैली बीमारियों का फायदा उठाकर क्षेत्र में नीम हकीम अप्रशिक्षित झोलाछाप डॉक्टर भी उपचार कर मरीजों का मनमाने तरीके से शोषण करने में सक्रिय हो गए हैं। ऐसा नहीं है कि तेजी से बढी इन बीमारियों के संबंध में चिकित्सा विभाग को इसकी जानकारी नहीं है बल्कि यह सब जानते हुए भी वह इस ओर से चुप्पी साधे हुए हैं।
मरीज का उपचार करते चिकित्सक
विजय नारायण बाथम रामविलास सक्सेना अनिल कुमार सिंह सूर्य प्रताप सिंह आदि क्षेत्रीय बुद्धिजीवियों व बीमारियों से पीडित लोगों ने जिलाधिकारी व स्वास्थ्य विभाग के उच्चाधिकारियों को शिकायती पत्र भेज कर जल्द बीमारियों से बचाव एवं नियंत्रण के लिए कारगर कदम उठाए जाने की मांग की है। इस संबंध में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक डॉ जितेंद्र यादव का कहना है कि बदले मौसम के चलते छुटपुट बीमारियां चल रही है साथ ही स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है।