
औरैया। नगर पंचायत बिधूना में नगर पंचायत का दर्जा मिलने के बाद शुरू हुए अध्यक्ष पद के 6 चुनावों में 4 चुनावों में मिश्रा घराने का अध्यक्ष पद पर कब्जा रहा है वहीं एक बार पूर्व विधायक प्रमोद कुमार गुप्ता एल एस व एक बार सपा प्रत्याशी के रूप में अमित बाथम भी अध्यक्ष रह चुके हैं। इस बार भी मिश्रा घराने के प्रत्याशी के साथ ही कई बड़े दिग्गजों के भी चुनावी समर में उतरने के मिल रहे संकेतों से इस बार का चुनावी मुकाबला काफी रोमांचक होने के साथ हार जीत के समीकरणों के भी काफी उलटफेर होने के कयास लगाए जाने लगे हैं। ग्राम पंचायत के बाद बिधूना को नगर पंचायत का दर्जा मिलने के बाद वर्ष 1988 में हुए नगर पंचायत अध्यक्ष पद के प्रथम चुनाव में श्रीकांत मिश्रा अध्यक्ष पद पर काबिज हुए थे और वह 1988 से वर्ष 1993 तक काबिज रहे।
एक बार जीते एलएस गुप्ता एक बार सपा के अमित बाथम भी रहे अध्यक्ष
दूसरे चुनाव में 1995 से 2000 तक पुनः दूसरी बार भी श्रीकांत मिश्रा अध्यक्ष पद पर काबिज हुए। तीसरे चुनाव में वर्ष 2000 से 2005 तक श्रीकांत मिश्रा के पुत्र आदर्श कुमार मिश्रा अध्यक्ष पद पर काबिज हुए जबकि इसके बाद वर्ष 2006 में हुए चैथे चुनाव में पूर्व विधायक प्रमोद कुमार गुप्ता एल एस अध्यक्ष पद पर निर्वाचित हुए और वह 2006 से वर्ष 2012 तक पदासीन रहे। इसके बाद हुए पांचवें चुनाव में पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष आदर्श कुमार मिश्रा की धर्मपत्नी मनोज कुमारी मिश्रा सीमा अध्यक्ष पद पर काबिज हुई और वह वर्ष 2012 से वर्ष 2017 तक पदासीन रहीं। यही नहीं बाद में हुए छठवें चुनाव में सपा प्रत्याशी के रूप में अमित कुमार बाथम ललतू अध्यक्ष पद पर काबिज हुए और वह वर्ष 2017 से वर्ष 2022 तक पद पर आसीन रहे।
इस नगर पंचायत में कुल हुए 6 चुनावों में पिछले समय में 4 बार के चुनावों में मिश्रा घराने का ही कब्जा रहने से मिश्रा घराने के प्रभाव और वर्चस्व को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। हालांकि इस बार के चुनाव में कुछ प्रभावशाली राजनैतिक घरानों के भी संभावित प्रत्याशियों द्वारा अपनी टिकट की जोड़-तोड़ किए जाने की चल रही चर्चाओं से यदि इन घरानों के संभावित दावेदार चुनावी समर में उतरे तो इस बार चुनावी मुकाबला काफी रोमांचक होने के साथ ही तमाम समीकरणों को उलटफेर करने वाला होने की बात से इंकार नहीं किया जा सकता है। कई निर्दलीयों के साथ राजनीतिक दलों के धुरंधरों के भी इस बार के चुनाव में उतरने की मिल रहे संकेतों से बिधूना नगर पंचायत का चुनाव जिले की अन्य नगर पंचायतों के मुकाबले अभी से ही सबसे अधिक चर्चाओं में बना दिख रहा है।