औरैया। बिधूना तहसील मुख्यालय से कई डिपो की विभिन्न मार्गों पर संचालित की जा रही उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की रोडवेज बसें बेहद खस्ताहाल जर्जर हालत में होने के कारण यह बसें अपने गंतव्य तक पहुंचने के पहले बीच रास्ते में ही आए दिन खराब होकर खड़ी हो जाती है जिससे यात्रियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है और लगातार शिकायतों के बावजूद संबंधित अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं, जिससे परिवहन निगम के अधिकारियों की लापरवाही के प्रति लोगों में भारी नाराजगी भड़क रही है। बिधूना तहसील मुख्यालय से होकर गुजरने वाली कानपुर की विकास नगर डिपो आजाद नगर डिपो औरैया इटावा डिपो बेबर डिपो छिबरामऊ डिपो समेत विभिन्न डिपो की कानपुर बिधूना दिल्ली लखनऊ औरैया इटावा आगरा छिबरामऊ बेवर आदि शहरों के लिए चलने वाली रोडवेज बसें इन दिनों बेहद खस्ताहाल जर्जर हालत में है।
ज्यादातर बसों की शीशे या तो टूटे हैं या खराब है जिससे हवा महल बनी यह बसें इस सर्दी के दौर में यात्रियों के लिए काफी तकलीफ दे साबित हो रही है। यही नहीं खटारा बसों की सीटें भी जीर्ण शीर्ण हालत में हैं वही बसों के इंजनों की खराबी के चलते यह बसें अपने निर्धारित गंतव्य तक पहुंचने के पहले बीच में ही खड़ी हो जाती है ऐसे में इन बसों में यात्रा करने वाली सवारियों को भारी दिक्कतें उठानी पड़ती है।
यात्रियों को सबसे अधिक परेशानियां तो तब होती है जब वह रात्रि में लास्ट बस में सवार होकर अपने गंतव्य के लिए रवाना होते हैं और ऐसे मौके पर यह बसें जब बीच रास्ते में खराब हो जाती हैं तो उन यात्रियों के समक्ष रात्रि में अपने गंतव्य तक पहुंचना नामुमकिन हो जाता है जिससे उन्हें भारी दिक्कतें उठानी पड़ती है। बसों की दुर्दशा का आलम यह है कि उपरोक्त मार्गाे पर चलने वाली ज्यादातर खस्ताहाल बसें बिना धक्का लगाए स्टार्ट नहीं होती है ऐसे में सवारियों को बार-बार बसों में धक्का लगाने का भी खामियाजा भुगतना पड़ता है।
रोडवेज बसों की बदहाली दूर कराने को लेकर लगातार पीडि़त लोगों के साथ क्षेत्रीय जागरूक लोगों द्वारा आवाज उठाई गई किंतु आज तक किसी के कानों पर जूं नहीं रेंगी है जिससे समस्या से परेशान लोगों में उत्तर प्रदेश परिवहन निगम के उच्चाधिकारियों की लापरवाही के प्रति भारी नाराजगी भड़क रही है। भाकियू के जिलाध्यक्ष विपिन राजपूत व्यापार मंडल के नेता संजय गुप्ता सुमेंद्र पोरवाल श्यामसुंदर शाक्य डॉ0 धीरेंद्र सिंह सेंगर आदि क्षेत्रीय जागरूक लोगों ने मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश शासन व परिवहन निगम के मैनेजिंग डायरेक्टर समेत कई अधिकारियों को शिकायती पत्र भेजकर जल्द बसों की दुर्दशा दूर कराने की पुनः मांग करते हुए समस्या का समाधान न होने पर इसके खिलाफ आंदोलनात्मक कदम उठाने की भी चेतावनी दी है।