औरैया संवाददाता। जिले में इन दिनों लाही के भूसे की तस्करी में संलिप्त धंधेबाजों द्वारा बिना अनुमति के गैर प्रांतों में भूसा भेजे जाने से जिले में ईट भट्टों की फुकाई प्रभावित होने से जहां ईट भट्ठा मालिक नाराज हैं वहीं भूसे की हो रही कमी से पशुपालक भी पशुओं के चारे की समस्या को लेकर चिंतित है। इन दिनों औरैया जिले की बिधूना औरैया अजीतमल समेत तीनों तहसील क्षेत्रों में लाही के भूसे की तस्करी जोरों पर चल रही है।
आलम यह है कि गांवों में भूसे की तस्करी में लगे धंधेबाज भोलेभाले किसानों को अपने माया जाल में फंसा कर और काफी सस्ती कीमत पर लाही का भूसा खरीद कर ट्रैक्टर ट्रालियों व मेटाडोरों में भरकर नियम कानून को ठेंगा दिखाते हुए बिना अनुमति गैर प्रांतों में तस्करी कर भूसा ले जा रहे हैं। यही नहीं देखने में यह भी आ रहा है कि कुछ भूसा तस्करों के एजेंट जगह जगह भूसे का भंडारण कर दूसरे राज्यों के भूसा माफियाओं को भूसा बेंच रहे हैं।
अवैध रूप से बड़े पैमाने पर हो रही भूसा तस्करी के विरुद्ध पिछले दिनों ईट निर्माता समिति के अध्यक्ष रविंद्र सिंह कुशवाह व महामंत्री हरिश्चंद्र वर्मा के नेतृत्व में ईट भट्ठा मालिकों द्वारा जिला मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन कर जिला प्रशासन से भूसे की तस्करी रोके जाने की मांग भी की जा चुकी है किंतु इसके बावजूद भूसे की तस्करी थमती नजर नहीं आ रही है।ईट भट्ठा मालिकों का कहना है कि बिना परमिशन बिना जीएसटी पंजीकरण के अवैध रूप से भूसे की तस्करी होने के बावजूद इस पर अंकुश नहीं लगाया जा रहा है।
ईंट निर्माता समिति के पदाधिकारियों का कहना है कि कोयले की अनुपलब्धता के चलते ईंट भट्ठों की फुकाई में लाही के भूसे का प्रयोग करना पड़ रहा है किंतु गैर प्रांतों में भूसे की हो रही तस्करी से जिले के ईट भट्टे बंद होने की कगार पर पहुंच रहे हैं साथ ही भूसे की कमी से पशुपालकों के समक्ष भी पशुओं के चारे की समस्या उत्पन्न होने से पशुपालक भी परेशान है। ईट भट्ठा मालिकों ने कहा है कि यदि जल्द गैर प्रांत भूसे की तस्करी न रोकी गई तो ईंट भट्ठा मालिक इसके विरुद्ध निर्णायक आंदोलन शुरू करने को मजबूर होंगे और ईट भट्ठे बंद कर देंगे।