औरैया । बिधूना पुर्वा पट्टी गांव में अज्ञात कारणों से भड़की आग से 3 रिहायशी झोपडि़यां जलकर खाक हो गई हैं झोपडि़यों में रखी 70000 रुपए नगदी अनाज कपड़ा विस्तर चारपाइयां समेत हजारों रुपए की गृहस्थी का सामान जलकर खाक हो गया है वही 9 बकरियों की जलकर मौत हो गई है जबकि 9 बकरियां व 2 भैंसे गंभीर हालत में जलकर जिंदगी और मौत से जूझ रही हैं। ग्रामीणों व फायर ब्रिगेड की कड़ी मशक्कत से कई घंटे बाद आग पर काबू पाया जा सका है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक बिधूना कोतवाली क्षेत्र के ग्राम पुर्वा पट्टी में शुक्रवार की दोपहर अचानक संजेश पुत्र शालिगराम की रिहायशी झोपड़ी में आग लग गई जिससे उनकी 9 बकरियां जल गई जिसमें 4 बकरियों की मौत हो गई वहीं 5 बकरियां व 2 भैंसे गंभीर हालत में जलकर जिंदगी और मौत से जूझ रही है साथ ही उसकी चारपाइयां बिस्तर कपड़ा समेत हजारों रुपए कीमत का गृहस्थी का सामान जलकर खाक हो गया है।
70000 नगदी अनाज कपड़ा बिस्तर चारपाइयां भी हुई राख
इसी तरह इसी आग से समीप की ऊषा देवी पत्नी अतर सिंह की रिहायशी झोपड़ी भी आग की चपेट में आने से उसके सरकार से मिले आवास की किस्त के रखे 70000 रुपए नगद 2 कुंतल गेहूं 1 कुंतल सरसों 1 कुंतल धान कपड़ा बिस्तर चारपाइयां आदि हजारों रुपए कीमत का सामान जलकर खाक हो गया है। यही नहीं इस भीषण आग ने समीप के गिरजेश पुत्र विश्राम सिंह की रिहायशी झोपड़ी को भी अपनी चपेट में ले लिया जिससे उसकी 5 बकरियों की जलकर मौत हो गई है वहीं उसकी 4 बकरियां गंभीर हालत में जलकर जिंदगी और मौत से संघर्ष कर रही हैं साथ ही उसका 9 कुंतल गेहूं 4 कुंतल सरसों 30 कुंतल भूसा दाना खली बिस्तर चारपाइयां समेत हजारों रुपए कीमत का सामान जलकर खाक हो गया है।
9 बकरियां जलकर मरी 9 बकरियां व 2 भैंसे जलकर जिंदगी मौत से रही जूझ
इस भीषण आग पर ग्राम प्रधान अजीत राजपूत अमरेंद्र राजपूत के नेतृत्व में ग्रामीणों व फायर ब्रिगेड कर्मियों द्वारा कड़ी मशक्कत कर लगभग 2 घंटे में आग पर काबू पाया जा सका है। सूचना मिलते ही क्षेत्रीय लेखपाल प्रमोद पाल भी मौके पर पहुंच गए और मौका मुआयना कर अग्निपीडि़त परिवारों को क्षति का मुआवजा दिलाने का भरोसा दिया है। रिहायशी झोपडि़यां जलकर खाक होने से अग्निपीडि़त परिवार खुले आसमान के नीचे जिंदगी बसर करने को मजबूर हो गए हैं।