दैनिक भास्कर ब्यूरो ,
अयोध्या। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया व जनरल बीके सिंह के साथ पहले हनुमानगढ़ी व श्रीरामजन्मभूमि मंदिर का दर्शन करने के बाद अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का निरीक्षण किया गया निरीक्षण के दौरान प्रेस को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कहा उनके द्वारा विकास कार्यों के निरीक्षण के उद्देश्य से आगमन किया जाता रहता है, आज के आगमन का मुख्य उद्देश्य निर्माणाधीन अंतर्राष्ट्रीय श्रीराम एयरपोर्ट के निर्माण की समीक्षा करना है, तथा अयोध्या की देश दुनिया के साथ कनेक्टिविटी किस प्रकार होनी है, इसी लिए केंद्रीय उड्यन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया व जनरल बीके सिंह के साथ आगमन हुआ है।
मुख्यमंत्री नें प्रेस को संबोधित करते कहा देश के प्रधानमंत्री मोदी जी के विजन के अनुरूप नए भारत के नई अयोध्या बन रही है उन्होंने कहा पूर्व में एयरपोर्ट की स्ट्रिप काफी छोटी थी साथ ही एयरपोर्ट को मात्र 178 एकड़ ही भूमि उपलब्ध थी, जिसपर अंतरराष्ट्रीय उड़ानें संभव नही थी, परन्तु प्रधानमंत्री के निर्देश पर राज्य सरकार द्वारा भेजे गए प्रस्ताव को स्वीकृति मिलने के बाद अब उपलब्ध भूमि 821 एकड़ भूमि की उपलब्धता राज्य सरकार द्वारा मुहैया कराई गई जिसके बाद एयरपोर्ट अथॉरिटी द्वारा युद्ध स्तर पर एयरपोर्ट के विकास का कार्य शुरू किया गया।
जिसका निर्माण 15 दिसंबर तक पूर्ण करा लिया जाएगा, उन्होंने कहा अयोध्या को दुनिया की सबसे नगरी के रूप में विकसित करने हेतु सरकार कटिबद्ध है,मुख्यमंत्री नें कहा एयरपोर्ट के अतिरिक्त अयोध्या को कई और सौगातें जैसे इंफ्रास्ट्रक्चर और श्रद्धालुओं की सुविधाओं के अनुरूप मिलने वाली हैं, नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया नें प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि वह अपने आप को सौभाग्यशाली मानते हैं कि आज उन्हें इस पावन नगरी अयोध्या की माटी को अपने माथे पर लगाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ उन्होंने कहा अयोध्या की माटी के साथ उनके परिवार का संबंध बहुत पुराना है।
उन्होंने कहा प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत न केवल आर्थिक क्षमता व आत्मनिर्भरता के आधार अग्रसर हो रहा है बल्कि भारत की सांस्कृतिक धरोहर व आध्यात्मिक शक्ति के आधार पर भी अग्रसर हो रहा है। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का भी आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा अयोध्या का हवाई अड्डे में अयोध्या की सांस्कृतिक क्षमता कण कण में परिलक्षित है।
पहले चरण में 65 सौ स्कवायर मीटर का हवाई तल बन रहा है,22 सौ मीटर का रनवे बन रहा है जिसपर बड़े बड़े प्लेन उतर सकते हैं, उन्होंने कहा दूसरे चरण में एयर स्ट्रिप को 4 हजार मीटर बढ़ाने का प्रस्ताव केंद्र को भेजा जाएगा, जिसकी स्वीकृत मिलने के बाद हवाई पट्टी की लंबाई और बढ़ाई जाएगी, साथ ही द्वतीय फेज में 50 हजार स्क़वायर मीटर का विमान तल बगल की जमीन पर बनाया जाएगा।
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