अयोध्या। थाना क्षेत्र इनायतनगर अंतर्गत हैरिंग्टनगंज पुलिस चौकी क्षेत्र में ग्रामसभा रेवुना निवासी संजय सिंह व विपक्षी दल बहादुर सिंह के बीच जमीनी विवाद के चलते उप जिला अधिकारी मिल्कीपुर द्वारा संजय सिंह की शिकायत पर विवादित जमीन पर स्थगन आदेश जारी होने के बाद भी पुलिस की उदासीनता व निष्क्रियता की चलते पूर्व में ही कई बार शिकायत किए जाने के बावजूद बड़ी घटना घटित हुई जिसमें विपक्षी दल बहादुर सिंह के द्वारा अन्य बाहरी लोगों की मदद से पुलिस से वार्ता के कुछ देर बाद ही पीड़ित संजय सिंह के घर पर धावा बोलकर तोड़फोड़ पथराव व सीढ़ी लगाकर छत पर चढ़कर हमला किया गया हमले के दौरान पीड़ित के रिश्तेदार द्वारा थानाध्यक्ष इनायतनगर को फोन कर भी घटना की जानकारी दी गई थाना अध्यक्ष द्वारा बताया गया हैरिंग्टनगंज चौकी इंचार्ज को सूचित कर घटनास्थल पर भेज दिया गया है परंतु चौकी इंचार्ज बाजार में घूमते हुए दिखाई पड़े जिसकी सूचना पीड़ित संजय सिंह के ससुर भोले सिंह द्वारा फोन पर दी गई।
भोले सिंह द्वारा बताया गया बाजार में घूमते चौकी इंचार्ज से जब उनके द्वारा घटनास्थल पर पहुंचने की बात कही गई उसके बाद एक होमगार्ड के साथ उनको टहलते हुए घटनास्थल पर जाते देखा गया। मामले की सूचना वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को करने के बाद भी इस तरह की घटना क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है, दबाव बढ़ने पर कार्रवाई के नाम पर पुलिस द्वारा विपक्षी पक्ष से 1अदद दल बहादुर को व पीड़ित पक्ष से संजय सिंह को पकड़कर खबर लिखे जाने तक 151 के तहत चालान की कार्यवाही हैरिंग्टनगंज पुलिसद्वारा जारी थी।
बताते चलें दोनों पक्षों में जमीनी विवाद लगभग 1 वर्ष पूर्व से चल रहा है लगभग 6 माह पूर्व भी विपक्षी दल बहादुर के पक्ष के लोगों द्वारा संजय सिंह की पत्नी अर्चना सिंह को मार-मार कर अधमरा कर दिया गया था जो कि 1 माह तक कोमा में थी उस मामले में भी मुकदमा पंजीकृत है व न्यायालय में विचाराधीन है,इस मामले में भी पुलिस की निष्क्रियता के चलते ही घटना घटित हुई थी जिसके बाद तत्कालीन चौकी प्रभारी को एसएसपी द्वारा लाइन हाजिर होने की सूचना प्राप्त हुई थी।
बताते चलें एक दिन पूर्व ही विपक्षी दल बहादुर द्वारा विवादित जमीन पर एसडीएम मिल्कीपुर द्वारा स्टे के आदेश के बावजूद कब्जेदारी के प्रयास में अन्यत्र छप्पर बनाकर रखने संबंधी योजना की शिकायत हैरिंगटनगंज चौकी इंचार्ज रजनीश पांडेय सहित एसओ अमरजीत सिंह को भी दी गई थी, लेकिन एसओ अमरजीत सिंह द्वारा शिकायतकर्ता संजय सिंह को दोषी बताते हुए, जांच चौकी इंचार्च रजनीश पांडेय को सौंपकर कार्यवाई का आस्वासन दिया था, इसके बावजूद भी पुलिस द्वारा कुछ नही किया गया और विपक्षी द्वारा एसडीएम के स्टे आदेश का उल्लंघन करते हुए विवादित जमीन पर छप्पर रख लिया गया जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ।
जब शिकायतकर्ता संजय सिंह द्वारा उपरोक्त अधिकारियों को इस घटना के मामले में फोन से सूचित किया गया तो उल्टा आरोप संजय सिंह पर ही मढ़ने का काम इनायतनगर पुलिस द्वारा किया गया, और लगभग आधे घंटे बाद ही गुट बनाकर विपक्षी द्वारा अन्य बाहरी लोगों के साथ मिलकर संजय सिंह के घर धावा बोलकर पथराव, तोड़फोड़ आदि की घटना को अंजाम दिया गया। सबसे बड़ी बात हमले संबंधी पल पल की खबर उच्चाधिकारियों को देने के बावजूद भी इस तरह की घटना को विपक्षियों द्वारा अंजाम दिया गया।