जयश्रीराम के नारे से गूंजे रही अयोध्या नगरी, संतों की विराट धर्मसभा की तैयारी

अयोध्या । राम जन्मभूमि पर भव्य मन्दिर निर्माण के लिए अयोध्या में विश्व हिंदू परिषद के संयोजन में रविवार का हो रही विराट धर्मसभा पर पूरे देश की निगाहें जमी हुई हैं । संत-धर्माचार्यों राम मंदिर के लिए लोकसभा चुनाव से पहले अपना रूख जारी करने वाले हैं। रविवार को आयोजित धर्मसभा के लिए पूरी तैयारी पूर्ण हो चुकी है।सभा में सम्मिलित होने वाले आये रामभक्त सरयू स्नान और मंदिरों का दर्शन कर समय से समारोह स्थल पंचकोसी परिक्रमा मार्ग पर रामघाट स्थित बड़ाभक्तमाल की बगिया में 5 द्वार से पहुंचने के लिए निर्देश दिया गया है।
सभा में संघ के सह सरकार्यवाह डॉ कृष्ण गोपाल भी मौजूद रहेंगे। सभा में करीब दो से ढाई लाख लोगों के आने की संभावना है। कार्यक्रम का आयोजन रामघाट चौराहा स्थित बड़ाभक्तमाल की बगिया परिक्रमा मार्ग पर किया गया है। इस धर्मसभा में विहिप की क्षेत्रीय तथा प्रान्त पदाधिकारी तथा आरएसएस के क्षेत्र प्रचारक, प्रान्त प्रचारक समेत सभी पदाधिकारी अयोध्या पहुंचेंगे। संघ से जुड़े समवैचारिक संगठनों और संघ परिवार के पदाधिकारियों की रविवार सुबह से आना प्रारम्भ हो चुका है। सभा की अध्यक्षता रामजन्मभूमि न्यास अध्यक्ष एवं मणिराम दास छावनी के महंत नृत्य गोपाल दास करेंगे। अखिल भारतीय संत समिति के महासचिव दण्डी स्वामी जितेन्द्रान्द सरस्वती भी रहेगे। उनके साथ अयोध्या और आसपास के करीब 500 संत धर्माचार्यो का जमावड़ा मंच पर रहेगा।सभा को मुख्य रूप से रामजन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपालदास, हरिद्वार के महंत सत्यनिष्ठा जी महाराज, चित्रकूट धाम के महंत श्री राम भद्राचार्य जी महाराज और विहिप के अंतरराष्ट्रीय महामंत्री चंपत राय सम्बोधित करेंगे।विहिप की धर्माचार्यो की केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल से जुड़े संत धर्माचार्यो की उपस्थिति बताया गया है।
विहिप के अंतरराष्ट्रीय महामंत्री चम्पत राय ने रविवार को धर्म सभा के स्वागत स्थल पर हिन्दुस्थान समाचार को बताया कि सभा की शुरुआत सुबह 11 बजे होगी। जिसमें सबसे पहले एक घंटे तक संगीत कार्यक्रम होगा। दोपहर 12 बजे संतों व विहिप के पदाधिकारियों का उद्बोधन शुरू होगा।
उन्होंने बताया कि सभा में संतों के उद्बोधन का कार्यक्रम शाम 4 बजे तक चलेगा। सभा स्थल पर वीआईपी को छोड़कर सभी को 500 मीटर पैदल जाना पड़ेगा।वाहनों की कुल 15 पार्किंग स्थल बनाए गए हैं। कार्यक्रम में करीब 10 हजार बाइक, आठ हजार कार, छह हजार बसों से रामभक्त आएंगे। बाकी का आगमन ट्रेनों से हो रहा है । पूर्वी उत्तर प्रदेश के सभी प्रान्तो के रामभक्तों को जुटाने का लक्ष्य रखा गया है। सुरक्षा को चाक-चौबंद रखने के लिए अयोध्या को छावनी में तब्दील कर दिया गया है।रविवार की सुबह से ही पूरे नगर में भारी संख्या में फोर्स तैनात के साथ धर्म सभा स्थल , वाहनों के पार्किंग स्थल पर सुरक्षा व्यवस्था में पुलिस जवान को लगाया गया है।
कार्यशाला में तराशी हो रहे पत्थरों को आशा भरी निगाहों से देख रहे हैं रामभक्त
।अयोध्या में राममंदिर निर्माण के लिए आयोजित समारोह में पहुंचने वाले रामभक्तों और शिवसेैनिकों के बीच रामजन्मभूमि न्यास कार्यशाला में रामजन्मभूमि मंदिर निर्माण के लिए तराशी के बाद एकत्र रखे पत्थरों को देखने की काफी उत्सुकता बनी हुई है।
आशीर्वाद समारोह में आए शिवसैनिक राममंदिर निर्माण की तैयारी को लेकर भी उत्सुक दिखे। रामभक्तों एवं शिवसैनिकों ने सरयू स्नान के बाद मंदिरों में दर्शन-पूजन किया।
बड़ी संख्या में शिवसैनिकों सहित विहिप की विराट धर्मसभा में पहुंच रहे भक्तों ने न्यास कार्यशाला में हो रही पत्थर तराशी से लेकर अन्य गतिविधियों के बारे में जानकारी ली। विभिन्न क्षेत्रों से आए लोगों ने कार्यशाला में पत्थर तराशी का काम में जुटे वरिष्ठ कारीगर रजनीकांत सोमपुरा से मंदिर निर्माण में कितना समय लगेगा। जिस पर उन्होंने बताया कि अभी 75 हजार घनफुट पत्थर तराशे जाने हैं, कारीगर भी नहीं है ऐसे में तो लंबा समय लग जाएगा।
कार्यशाला में पत्थर तराशी का काम देखने के बाद लोगों के जेहन से निकलने वाली बात थी कि अब तो मंदिर बन ही जाना चाहिए।अब तो योगी और मोदी सरकार है। हमारे आराध्य भगवान राम अब वनवास खत्म कर महल में विराजमान होने वाले हैं।
अयोध्या में राम भक्तों की उमड़ी भारी भीड़, पैदल जाने की इजाजत
अयोध्या। अयोध्या में विश्व हिंदू परिषद के संयोजन में रविवार को होने वाली विराट धर्मसभा के लिए रामनगरी में भारी भीड़ इकट्ठा हो रही है है।
रामभक्तों की भीड़ को देखते हुए दो पहिया , चार पहिया वाहनों का अयोध्या के अन्दर एवं धर्मसभा स्थल की तरफ प्रवेश सुबह से ही रोका दिया गया है।
पुलिस प्रशासन की सख्ती सभी के लिए हैं । पुलिस अधिकारी समेत किसी भी व्यक्ति को मोटरसाइकिल एवं चार पहिया वाहन के चलने की इजाज़त नहीं है।
विहिप की धर्म सभा को लेकर जिला प्रशासन ने रूट डायवर्जन लाागू कर दिया है ।
धर्म सभा में आने वाले वाहनों को छोड़कर कोई भी बड़े वाहन अयोध्या की तरफ नहीं आ सकेंगे। अंबेडकरनगर, सुल्तानपुर, रायबरेली मार्ग से आने वाले बड़े वाहनों पर प्रतिबंध लगाया गया है। अयोध्या में स्थथानीयमेले जैसी स्थिति बन गई है। धर्मसभा में विहिप की क्षेत्रीय तथा प्रान्त पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता, आरएसएस के क्षेत्र प्रचारक, प्रान्त प्रचारक समेत सभी पदाधिकारी अयोध्या पहुंच चुके हैं । संघ से जुड़े समवैचारिक संगठनों के पदाधिकारियों की भी सुबह तक पहुंच कर अपने सुनिश्चित स्थल पर वाहनों को खड़ा कर रहे हैं।

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें