रामपुर प्रशासन ने मंगलवार को जौहर यूनिवर्सिटी में छापेमारी की है। प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी यूनिवर्सिटी कैंपस के अंदर तलाशी अभियान चला रहे हैं। इसको लेकर यूनिवर्सिटी के बाहर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है। छापेमारी के दौरान जौहर यूनिवर्सिटी से पुलिस ने चार लोगों को हिरासत में लिया है।
रामपुर से सपा सांसद आजम खान की जौहर यूनिवर्सिटी में आज जिला व पुलिस प्रशासन ने मदरसा आलिया की किताबों की गुमशुदगी को लेकर यह कार्रवाई की है। जौहर यूनिवर्सिटी में बनी मुमताज सेंट्रल लाइब्रेरी में सीओ समेत पुलिस अधिकारी जांच में जुटे हुये हैं। इससे पहले 25 जुलाई को रामपुर के सदर उपजिलाधिकारी ने यूनिवर्सिटी के अंदर से गुजर रहे सार्वजनिक मार्ग से अनधिकृत कब्जा हटाने के आदेश दिये थे। इसके अलावा प्रशासन ने आजम खान को क्षतिपूर्ति के रूप में 3 करोड़ 27 लाख 60 हजार देने को कहा है। आजम खान को कब्जा मुक्त होने तक 9,10,000 प्रति माह की दर से लोक निर्माण विभाग को देने का आदेश दिया गया है।
एसआईटी कर रही पूरे मामले की जांच
प्रदेश में योगी सरकार आने के बाद ही जौहर शोध संस्थान और जौहर यूनिवर्सिटी को लेकर कई शिकायतें मुख्यमंत्री से की गयी थी। इसके बाद मुख्यमंत्री ने शिकायतों को गंभीरता से लेकर जांच के लिए एसआईटी का गठन कर दिया था। इस यूनिवर्सिटी में शत्रु संपत्ति के मामले की जांच भी एसआईटी को सौंप दी गई है।