नयी दिल्ली। गुरुवार को लोकसभा की कार्यवाही के दौरान तीन तलाक बिल पर जोरदार बहस हुयी। इस बीच सपा के कद्दावर नेता आजम खान ने बड़ा ब्यान दिया है. आजम खान ने कहा कि तीन तलाक बिल से मुसलमानों का कोई लेना देना नहीं है, जो लोग मुसलमान हैं वे कुरान और हदीस को मानते हैं. वह जानते हैं कि तलाक का पूरा प्रोसीजर कुरान में दिया हुआ है. ऐसे में हमारे लिए कुरान के उस प्रोसीजर के अलावा कोई भी कानून मान्य नहीं है.
आजम खान ने कहा, ‘जो लोग इस्लामिक शरह के ऐतबार के तहत तलाक नहीं लेते वो तलाक नहीं माना जाता. तलाक पर कानून बने या न बने अल्लाह के कानून से बड़ा कोई कानून नहीं है. तलाक के मामले में हिंदुस्तान ही नहीं पूरी दुनिया के मुसलमान कुरान के कानून को मानते हैं. सपा नेता ने कहा कि पहले सरकार उन महिलाओं को न्याय दिलाए. जिन्हें उनके शोहरों ने स्वीकार नहीं किया. उन्हें दिलाए जिन्हें गुजरात और अन्य जगह के दंगों में मार दिया था.
वहीं योगी सरकार के 3 मंत्रियों के निजी सचिवों के स्टिंग ऑपरेशन के सवाल पर आजम खांन ने कहा, ‘सब जानते हैं कि देश का खजाना किसने लूटा. स्टिंग का कोई फायदा नहीं है. जिस दिन सुप्रीम कोर्ट के चार जजों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इंसाफ मांगा था, उसी दिन पूरे देश को सड़कों पर आ जाना चाहिए था.’
बता दें कि ट्रिपल तलाक (तलाक-ए-बिद्दत) की प्रथा पर रोक लगाने के मकसद से लाया गया विधेयक गुरुवार को लोकसभा में पेश होना है. लेकिन हंगामे के चलते सदन की कार्यवाही स्थगित हो गई. तीन तलाक को अपराध घोषित करने वाला यह विधेयक बीते 17 दिसंबर को लोकसभा में पेश किया गया था. इस प्रस्तावित कानून के तहत एक बार में तीन तलाक देना गैरकानूनी और अमान्य होगा और ऐसा करने वाले को तीन साल तक की सजा हो सकती है.