आज के दौर में जायदातार लोगो को पीठ का दर्द बना रहता है. ऐसा क्यों होता है इससे आपलोग अभी तक अनजान है. क्योंकि हमारी कुछ आदतें ही हमारे शरीर को नुकसान पहुंचाती हैं, बात करें अगर बैकपैन और पीठ दर्द की तो हमारी कुछ आदतों की वजह से ही हमको इन समस्याओं से जूझना पड़ता है। लेकिन अगर हम समय रहते अपनी इन आदतों में सुधार कर लें तो हमको इस तरह की परशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा।
क्यों होता है पीठ का दर्द
– सीधे न बैठना या चलना
– जोड़ों का घिस जाना
– किसी प्रकार की चोट लगने के कारण
– अधिक बोझ पीठ पर लादकर चलना
– रीढ़ की हड्डी का खिसक जाना
– अधिक मोटापा
– कमर में मोच आ जाना, खेलकूद या यात्रा करते समय बार-बार झटके लगना
– बहुत अधिक मानसिक दबाव, तनाव, चिन्ता और थकावट। इससे पीठ की पेशियों में तनाव पैदा हो जता है जो कि पीठ दर्द का कारण बनता है
– व्यायाम की कमी के कारण
– ठीक ढंग से न सोना, फोम के गद्दे पर सोना व घंटों एक ही जगह बैठे रहना
– संतुलित भोजन के अभाव में
आमतौर पर उम्र बढ़ने के साथ शुरू होने वाले पीठ दर्द की शिकायत अब 20-40 वर्ष के उम्र में ही लोगों को होने लगी है। डॉक्टरों के अनुसार पीठ दर्द पीठ की मांसपेशियों, डिस्क और लिगमेंट्स से जुड़ी 26 हडि्डयों में से किसी पर भी असर डाल सकता है।
पीठ दर्द के लक्षण
-पीठ के नीचले हिस्से या कमर में लगातार हल्का-हल्का दर्द होना
-शरीर में बहुत अधिक अकड़न तथा दर्द होता है
-हल्की सी भी चोट लगने पर बहुत तेज दर्द होना
-रोगी के कमर के नीचे के भाग में एक समान दर्द वाली अवस्था बनी रहती है
डॉक्टरों की मानें तो आमतौर पर शारीरिक व्यायाम और सही मुद्रा का ध्यान रखकर पीठ दर्द की समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है। लेकिन पीठ दर्द से निपटने के लिए शरीर को उचित पोषण मिलना भी जरूरी है। डॉक्टरों की राय में शारीरिक व्यायाम के साथ आहार का ध्यान रखना भी जरूरी है।
कैसे पाएं पीठ दर्द से छुटकारा
-हमेशा सीधे बैठना और चलना चाहिए
-आगे झुकने वाले आसन न करें और ज्यादा दर्द होने पर योग या व्यायाम न करें
-ज्यादा देर तक लगातार कुर्सी पर न बैठें। आधे-आधे घंटे के अंतराल पर उठकर थोड़ी देर टहल लेना चाहिए।
-कोई वजनदार चीज न उठाएं। अगर कभी कुछ वजनदार चीज उठाएं भी तो घुटनों को मोड़कर उठाएं ताकि कमर पर जोर न पड़े।
-अपने भोजन में मछली, अनाज, लौकी, तिल और हरी सब्जियों को शामिल करना फायदेमंद साबित हो सकता है।
-इसके साथ ही विटामिन डी3 और विटामिन सी, कैल्सियम और फास्फोरस से भरपूर आहार भी पीठ दर्द में लाभकारी होता है।
पीठ में ज्यादा दर्द हो तो व्यक्ति को काम नहीं करना चाहिए और उसे आराम करना चाहिए। रोगी को ठोस बिस्तरे पर सोना चाहिए और उस अवस्था में बिल्कुल नहीं सोना चाहिए, जिस अवस्था उसकी रीढ़ की हड्डी मुड़ी रहे। इसके अलावा कभी भी अपनी मर्जी से दर्द निवारक दवाईयां न लें। लापरवाही न करते हुए तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।
लम्बे समय तक एक जगह पर एक स्थिति में बैठे रहना
बात अगर ऑफिस के काम की करें तो हम लंबे समय तक एक ही पोजीशन में कुर्सियों पर काफी लंबे समय तक बैठे रहते हैं, जिस वजह से हमारे स्पाइनल कॉर्ड में दवाब पड़ता है और दर्द शुरू हो जाता हैं, इसलिए किसी भी जगह पर काफी लंबे समय के लिए एक अवस्था में नहीं बैठना चाहिए और बीच-बीच में अपनी सीट से उठकर टहल लेना चाहिए और स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज कर लेनी चाहिए।
कार की सीट में बैठने का गलत ढंग
बता दें कि कार की सीट पर गलत ढंग से बैठना भी आपको बैक पेन जैसी समस्या को बढ़ा सकता है। कार की सीट पर बैठने की सही स्थिति की बात करे तों उस पर 90 से 120 डिग्री के कोण पर बैठना सबसे सही तरीका होता है लेकिन अमूमन कोई भी इसको नहीं मानता और 80 प्रतिशत लोग सीट में गलत ढंग से बैठते हैं। ऐसे में आप ध्यान दें कि आप जब भी गाड़ी की सीट पर बैठे तो उसको इस तरह से अरेंज करें कि आपके पैर पेडल्स तक बिना किसी खिंचाव के पहुंच सकें।
एक्सरसाइज से करे पीठ के दर्द को दूर
यदि आप अपनी दिनचर्या में एक्सरसाइज को जगह नहीं देते हैं तो आपको बैक पेन जैसी समस्याओं से गुजरना पड़ सकता है, सात ही यदि आप एक्सरसाइज करते आए हों और बाद में उसे छोड़ दें तो इससे भी बैक पेन जैसी समस्याएं हो जाती हैं। इसलिए कभी भी हमेशा के लिए एकस्रसाइज को अलविदा ना कहें और हल्की-फुल्की एक्सरसाइज को अपने डेली रूटीन में जोड़ लें। इसमें पैदल चलना, स्ट्रेचिंग, योग जैसा कुछ भी हो सकता है।
कंधे पर ज्यादा भार
कंधों में ज्यादा भार या पर्स उठाकर ज्यादा समय तक घूमने से भी कंधे में खिंचाव होता है जिस वजह से बैक पेन होना स्वाभाविक है ऐसे में ध्यान रखें कि आप जो भी बैग को कैरी कर रहे हो उसका भार आपके वजन का 10 प्रतिशत से अधिक न हो।
खाने की बुरी आदत
शायद ही आपको पता हो कि खाने में अनियमितता और सेहत को खराब करने वाली चीजों का सेवन करने से भी बैक पेन जैसी समस्याएं हो सकती हैं। मोटापे की वजह से भी पीठ पर अनावश्यक दबाव पड़ता हैं। ऐसे में यदि आप अपने भोजन में स्वाद से ज्यादा सेहतमंद चीजों का प्रयोग करें और रेशेदार चीजों का सेवन करें तो आपको इस तरह की समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा।
हाई हील्स
हाई हील के सैंडल पहनने से भी पीठ के मसल्स कठोर हो जाते हैं। इससे खिंचाव व दर्द हो सकता है। अगर आप वाकई हाई हील पहनने के शौकीन हैं तो आप हील्स के तलवे में कुशन रखिए और उनकों पहनकर ज्यादा देर तक मत चलिए।
पीठ के दर्द से निजात पाने के लिए बदलनी पड़ेंगी ये आदतें
कई बार रोजमर्रा के कामकाज करते हुए यै लगातार कई घंटों तक बैठे रहने से हमारी पीठ में दर्द होता है ऐसे में हमें कुछ आदतों को बदलना होगा जो जाने अनजाने में हमारी जिंदगी का हिस्सा बन गई हैं।