रिसिया/बहराइच l विकासखंड क्षेत्र चित्तौड़ा के ग्राम पंचायत फुलवरिया माफी में, बीते तीन माह से धात्री महिलाओं गर्भवती महिलाओं व मासूम बच्चों को पोषाहार वितरण नहीं कराया गया है, 3 महीने बाद गुरुवार को ग्राम पंचायत के प्रधान प्रतिनिधि असलम खान के घर पर राशन आया, जहां पर ग्राम पंचायत की महिलाएं व बच्चे एकत्रित हुए l ग्राम पंचायत की महिलाओं का कहना है, कि जो भी पोषाहार यहां आता है सब गायब हो जाता है,
समूह व सुपरवाइजर द्वारा राशन बेच लिया जा रहा है, और पोषाहार वितरण नहीं कराया जा रहा है, कुछ महिलाओं का कहना है, कि आज 3 महीने के बाद राशन वितरण हुआ है, वहीं सुपरवाइजर माधुरी शुक्ला ने धर्म विशेष को टारगेट करते हुऐ कहा की मुस्लिम घरों की महिलाएं नकाब पहन कर आती हैं और कई बार राशन ले जाती हैं, आगे कहा की ब्लॉक से ही पोषाहार कम आ रहा है l अब सवाल ये उठता है की जब राशन ब्लॉक से ही कम आरहा है तो मुस्लिम महिलाओं को बदनाम क्यों किया जा रहा है, वैसे जनपद के हर एक व्यक्ति को ज्ञात है की राशन कौन कितना बेंच रहा और कहां कितनी थंधली हो रही है,
इस सम्बंध में CDPO शिवम सैनी से जब दूरभाष के माध्यम से जानकारी लेना चाहा तो उन्होंने साफ़ इनकार कर दिया, कहा की ब्लॉक आकर बात करिए। वहीं ग्राम प्रधान प्रतिनिधि असलम खान का कहना है की पोषाहार तो कम आ ही रहा है, परन्तु जो चावल सरकार देती है ओ तो कभी आया ही नहीं, जिसका आजतक पता ही नहीं चला, कि आखिर जा कहां रहा है, असलम खान का कहना है की समूह, सुपरवाइजर वा ब्लॉक स्तर पर धांधली जम कर हो रही है, जिसमें 3 से 4 महीने में एक बार पोषाहार वितरण कराया जा रहा है, बाकी कहां जा रहा है, इसकी गहनता से जांच की जाय, और गरीबों का राशन डकारने वालों पर उचित कार्यवाही की जाय।