बहराइच l जिलाधिकारी डॉ दिनेश चंद्र के दिशा निर्देशन व कुशल नेतृत्व में अन्य कार्यक्रमों के साथ परिवार कल्याण कार्यक्रम में भी पिछले पांच सालों की अपेक्षा अधिक बढ़ोतरी दर्ज हुई है। एचएमआईएस 2022-23 के आंकड़ों के अनुसार जनपद में न सिर्फ महिला नसबंदी का आंकड़ा अपेक्षित लक्ष्य को पार कर गया बल्कि पुरुष नसबंदी को लेकर भी जागरूकता बढ़ी और पिछले पांच सालों का रिकार्ड टूट गया। महिला व पुरुष नसबंदी में सौ फीसदी लक्ष्य हांसिल करने के लिए जिलाधिकारी ने अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं के साथ सीएमओ डॉ सतीश कुमार सिंह को भी बधाई दी है।
पुरुष नसबंदी करा चुके लाभार्थी को गमछा भेंट करते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ० सतीश कुमार सिंह
स्वास्थ्य सेवाओं को सही मायने में धरातल पर उतारने के लिए जनपद में कई प्रयास किए जा रहे हैं। इसी के तहत जिलाधिकारी के निर्देशन में सीएमओ ने नसबंदी शिविर के आयोजन की समीक्षा की और कम प्रदर्शन करने वाले सीएचसी अधीक्षकों को बेहतर परिणाम के लिए प्रेरित किया। नतीजन सभी ब्लाकों में नसबंदी शिविर का आयोजन हुआ और कुछ ब्लाकों से अतरिक्त 27 शिविर की मांग हुई। इसमें 632 महिला व 08 पुरुषों को नसबंदी की सेवा दी गयी।
महिला से आसान है पुरुष नसबंदी की बढ़ी जागरूकता
जिला परिवार नियोजन विशेषज्ञ यूपी टीएसयू के अनुसार वित्तीय वर्ष 2022-23 में महिला व पुरुष नसबंदी का लक्ष्य क्रमशः 4020 व 44 रखा गया था। जिसके सापेक्ष 4396 महिला नसबंदी व 44 पुरुष नसबंदी की सेवा देकर जनपद ने सौ फीसदी लक्ष्य प्राप्त कर लिया। जबकि वित्तीय वर्ष 2021-22 में महिला व पुरुष नसबंदी लक्ष्य के सापेक्ष क्रमशः 98 व 75 फीसदी ही था।
एक हफ्ते के अंदर करा सकते हैं महिला नसबंदी
परिवार नियोजन नोडल अधिकारी डॉ अनुराग वर्मा के अनुसार प्रसव के 7 दिन के अंदर, गर्भपात के तुरंत बाद या 7 दिन के अंदर व माहवारी शुरू होने के 7 दिन के अंदर महिला नसबंदी करवायी जा सकती है। यह नसबंदी तभी सफल मानी जाती है जब ऑपरेशन के एक माह बाद महिला को माहवारी आ जाय या गर्भ की जांच निगेटिव हो। महिला नसबंदी के लिए लाभार्थी को 2000 रुपए की प्रोत्साहन राशि भी दी जाती है इसके लिए महिला का आधार कार्ड और आधार कार्ड से लिंक बैंक पसबुक होना अनिवार्य है।
नसबंदी की पात्रता
Ø विवाहित महिला जिसकी उम्र 22 वर्ष से अधिक और 49 वर्ष से कम हो
Ø शादी-शुदा पुरुष जिसकी उम्र 22 से अधिक और 60 वर्ष से कम हो
Ø दंपति को कम से कम एक वर्ष से अधिक आयु का एक बच्चा हो
Ø पति या पत्नी की नसबंदी न हुई हो
Ø महिला गर्भवती न हो
महिला से आसान है पुरुष नसबंदी
पुरुष नसबंदी विशेषज्ञ व सर्जन डॉ अनिल के अनुसार नसबंदी अपनाने की पहल पुरुषों को करनी चाहिए। पुरुषों की शारीरिक संरचना महिलाओं की अपेक्षा सरल होती है। इसमें केवल 10 से 15 मिनट का समय लगता है और इसमें ज्यादा से ज्यादा दो दिन आराम की जरूरत होती है या उसकी भी नहीं होती। पुरुष नसबंदी के तीन महीने बाद जांच में शुक्राणु न होने की दशा में नसबंदी सफल मानी जाती है। नसबंदी के लिए पुरुष लाभार्थी को 3000 रुपए प्रोत्साहन राशि दी जाती है।
जनपद की हकीकत
वित्तीय वर्ष 2018- 2019 – महिला नसबंदी – 3356 – पुरुष नसबंदी – 39
वित्तीय वर्ष 2019-2020 – महिला नसबंदी -3560 – पुरुष नसबंदी – 41
वित्तीय वर्ष 2020-2021 – महिला नसबंदी -4102 – पुरुष नसबंदी – 35
वित्तीय वर्ष 2021-2022 – महिला नसबंदी -4032 – पुरुष नसबंदी – 33
वित्तीय वर्ष 2022-2023 – महिला नसबंदी – 4396 – पुरुष नसबंदी – 44