बहराइच। 50 लाख से अधिक लागत की निर्माणाधीन भवन परियोजनाओं की समीक्षा के लिए सोमवार को देर शाम कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी मोनिका रानी ने प्रशासकीय विभागों को निर्देश दिया कि विभागीय निर्माण परियोजनाओं की गुणवत्ता का समय-समय पर स्वयं निरीक्षण कर निर्माण कार्य की प्रगति का नियमित रूप अनुश्रवण कर यह सुनिश्चित करें कि हो रहे निर्माण कार्य शासन द्वारा निर्धारित मानकों खरे उतरें। सम्बन्धित अधिकारियों से कहा गया कि प्रत्येक माह किये गये निरीक्षण की निरीक्षण आख्या डीएम को उपलब्ध कराई जाये तथा समीक्षा बैठक में निरीक्षण आख्या के साथ सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित होंगे।
समीक्षा के दौरान पाया गया कि जनपद में कुल 749.04 करोड़ की लागत से विभिन्न योजनाओं के अन्तर्गत 50 लाख से अधिक लागत की कुल 96 परियोजनाएं निर्माणाधीन हैं। अब तक 456.80 करोड़ की धनराशि का व्यय कर 86 प्रतिशत वित्तीय एवं 63 प्रतिशत भौतिक प्रगति प्राप्त की गयी हैं। माध्यमिक शिक्षा से सम्बन्धित निर्माण कार्य प्रोजेक्ट अलंकार, मल्टीपरपज हॉल, कम्प्यूटर लैब आदि कार्यों में जिला विद्यालय निरीक्षक के शिथिल पर्यवेक्षण पर डीएम ने असंतोष व्यक्त करते हुए निर्देश दिया कि अपेक्षित सुधार लाया जाय।
समस्त कार्यदायी संस्थाओं को निर्देश दिया गया कि सीएमआईएस पोर्टल पर निर्माण कार्य की प्रगति के फीडिंग अनिवार्य रूप से अद्यतन रखना सुनिश्चित करें एवं निर्माण कार्यों का नियमित निरीक्षण करें। कार्यदायी संस्थाओं को निर्देश दिया गया कि यदि निर्माणाधीन परियोजनाओं के निर्माण में किसी भी प्रकार का व्यवधान एवं भूमि विवाद उत्पन्न होता है तत्काल प्रशासकीय विभाग को समाधान हेतु अवगत कराया जाए। डीएम ने कहा कि इस सम्बन्ध में प्रशासकीय विभाग का दायित्व होगा कि वे उत्पन्न व्यवधान का समुचित निराकरण कराएं जिससे कार्य की प्रगति एवं निरन्तरता प्रभावित न हो।
डीएम ने कार्यदायी संस्थाओं को निर्देश दिया कि निर्माण कार्यों को समयबद्ध रूप से गुणवत्ता के साथ मानक के अनुरूप पूर्ण कराएं तथा निर्माण कार्य से सम्बन्धित माइल स्टोन का माहवार लक्ष्य का चार्ट उपलब्ध कराएं, जिसके सापेक्ष निर्माण कार्य की मासिक प्रगति की समीक्षा की जा सके। डीएम ने निर्देश दिया कि जिन परियोजनाओं का निर्माण कार्य पूर्ण हो गया हैं, उन्हें एक सप्ताह में प्रशासकीय विभागों के हैण्डओवर करा दिया जाए। साथ ही प्रशासकीय विभागों को निर्देश दिया कि हैण्डओवर होने वाली परियोजनाओं को जनोपयोग में लाया जाय। डीएम ने कहा कि वर्तमान में जिन परियोजनाओं की भौतिक प्रगति 85 प्रतिशत या इससे अधिक है, आगामी माह तक कार्य पूर्ण कर लिया जाय।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी मुकेश चन्द्र, अपर जिलाधिकारी गौरव रंजन श्रीवास्तव, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. संजय कुमार, पुलिस क्षेत्राधिकारी नगर रमेश चन्द्र पाण्डेय, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. राजेश उपाध्याय, जिला विद्यालय निरीक्षक मनोज कुमार अहिरवार, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी आशीष कुमार सिंह, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी डॉ. अर्चना सिंह तथा सम्बन्धित कार्यदायी संस्थाए एवं निर्माण कार्य से सम्बन्धित प्रशासकीय विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।