बहराइच: जिलाधिकारी ने मेडिकल कॉलेज में ‘आयुष्मान वय वंदन’ कार्ड निर्माण काउंटर का किया शुभारंभ


बहराइच l “वृद्धावस्था में स्वास्थ्य का संरक्षण सबसे बड़ी जरूरत है, और इसके लिए सरकार हर संभव प्रयास कर रही है,” यह संदेश देते हुए जिलाधिकारी मोनिका रानी ने आज मेडिकल कॉलेज के पर्चा काउंटर के पास 70 वर्ष या उससे अधिक आयु के बुजुर्गों के लिए ‘आयुष्मान वय वंदन’ कार्ड ( गोल्डेन कार्ड )निर्माण काउंटर का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने इलाज कराने आए 5 बुजुर्गों का कार्ड बनवाकर उन्हें सौंपा, जिससे वे सरकारी और पंजीकृत निजी अस्पतालों में 5 लाख रुपये तक का निशुल्क इलाज करवा सकेंगे।

जिलाधिकारी ने बताया कि ‘आयुष्मान वय वंदन’ कार्ड निर्माण की यह सुविधा जल्द ही जिले के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों और समाज कल्याण कार्यालय में उपलब्ध होगी। ग्रामीण स्तर पर पंचायत सहायक, सीएचओ और आशा कार्यकर्त्ता भी वरिष्ठ नागरिकों को कार्ड बनाने में सहायता करेंगी। उन्होंने कहा कि योजना का लाभ 70 वर्ष या उससे अधिक आयु के सभी वरिष्ठ नागरिक ले सकते हैं, जिनके पास आधार कार्ड है, जिससे आयु का सत्यापन किया जाएगा। उत्तर प्रदेश में इस योजना के तहत लगभग 79 लाख वरिष्ठ नागरिकों को स्वास्थ्य सुरक्षा मिलेगी। लाभार्थी वेबसाइट beneficiary.nha.gov.in पर जाकर स्वयं भी पंजीकरण कर सकते हैं।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संजय शर्मा ने जानकारी दी कि वरिष्ठ नागरिकों को ‘आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना’ का लाभ भगवान धन्वंतरि जयंती पर 29 अक्टूबर को शुरू किया गया था। बीते 13 दिनों में जिले में 900 बुजुर्ग ‘आयुष्मान वय वंदन’ कार्ड बनवा चुके हैं। उन्होंने बताया कि  इस योजना के तहत ऐसे परिवार जो पहले से ही आयुष्मान योजना में शामिल हैं, उनके 70 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्गों को विशेष टॉप-अप की सुविधा मिलेगी, जिससे पांच लाख रुपये तक के अतिरिक्त निशुल्क इलाज की सुविधा उपलब्ध होगी। यदि बुजुर्ग इलाज के लिए आंशिक राशि का उपयोग करते हैं, तो बाकी राशि उनके परिवार के अन्य सदस्यों के लिए इलाज में उपयोग हो सकेगी।

डीएचआईओ बृजेश सिंह ने बताया कि बुढ़ापे में शरीर की प्राकृतिक क्षमताएं घटने से कई जटिल बीमारियों की संभावना बढ़ जाती है, जिनमें दिल की बीमारी, किडनी की समस्याएं, कैंसर और गठिया आदि शामिल हैं। इन बीमारियों का इलाज महंगा होता है, और कई बुजुर्गों के पास स्वास्थ्य देखभाल और दवाइयों के खर्च के लिए पर्याप्त धन नहीं होता, खासकर जब परिवार का सहयोग या समाज का साथ कम हो। ऐसे में सरकार की यह पहल बुजुर्गों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है , उन्होंने बताया योजना का लाभ जिले के कुल 27 अस्पतालों में मिल रहा है, जिनमें 15 सरकारी और 12 आयुष्मान भारत में पंजीकृत निजी अस्पताल शामिल हैं।

जिलाधिकारी ने सभी पात्र बुजुर्गों से अपील की कि वे अपने आधार कार्ड के साथ काउंटर पर पहुंचें और इस सुविधा का लाभ उठाएं। “आयुष्मान वय वंदन कार्ड” बुजुर्गों की स्वास्थ्य सुरक्षा में एक नया आयाम जोड़ेगा, जिससे वे न केवल आर्थिक रूप से सुरक्षित महसूस करेंगे, बल्कि निशुल्क और उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवाओं तक उनकी पहुँच भी सुनिश्चित होगी। इस अवसर पर मेडिकल कालेज के प्रिंसिपल डॉ संजय खत्री , मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ एमएम त्रिपाठी व  डॉ संदीप मिश्रा सहित कई अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।

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